बढ़ेगी परेशानी :खतरे के और करीब पहुंची गंगा व पुनपुन नदी
पिछले साल की तरह धीरे-धीरे बढ़ रही है गंगा, तीन दिनों में दीघा घाट में बढ़ा फैलाव पटना : गंगा व पुनपुन के जल स्तर में हर दिन 10 सेंटीमीटर तक वृद्धि हो रही है. ऐसे में गंगा की चौड़ाई हर दिन बढ़ती जा रही है और गंगा पिछले साल की तरह धीरे-धीरे बढ़ रही […]
पिछले साल की तरह धीरे-धीरे बढ़ रही है गंगा, तीन दिनों में दीघा घाट में बढ़ा फैलाव
पटना : गंगा व पुनपुन के जल स्तर में हर दिन 10 सेंटीमीटर तक वृद्धि हो रही है. ऐसे में गंगा की चौड़ाई हर दिन बढ़ती जा रही है और गंगा पिछले साल की तरह धीरे-धीरे बढ़ रही है. दीघा घाट में गंगा का फैलाव पिछले तीन दिनों में बढ़ा है, जिसके कारण गंगा का पानी अब जेपी सेतु पुल के करीब पहुंचने लगा है.
केंद्रीय जल आयोग, पटना के मुताबिक गंगा का जल स्तर शुक्रवार की सुबह छह बजे गांधी घाट में खतरे के निशान से 26 सेंटीमीटर नीचे था, लेकिन शाम पांच बजे जल स्तर में वृद्धि हुई और गांधी घाट के पास गंगा का जल स्तर 48.34 मीटर तक पहुंचा गया और यहां का डेंजर लेबल 48.60 मीटर है. आयोग के मुताबिक शनिवार की सुबह तक गंगा के जल स्तर में चार सेंटीमीटर से अधिक वृद्धि होने की संभावना है. वहीं, पुनपुन नदी का जल स्तर श्रीपालपुर में खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर नीचे हैं और शनिवार की सुबह तक यहां के जल स्तर में 155 सेंटीमीटर की वृद्धि होने की संभावना है. इसके बाद पुनपुन 140 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर बहने लगेगी.
पटना में रहेगी गर्मी, टर्फ लाइन ओड़िशा पहुंची
माॅनसून टर्फ लाइन अमृतसर, ओड़िशा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक पहुंच रही है. इस कारण बिहार में अभी अगले एक सप्ताह तक कहीं भारी बारिश की कोई उम्मीद नहीं है. माॅनसून सक्रिय रहने से कहीं हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन बारिश होने के बाद भी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिलेगी और अधिकतम तापमान अभी बढ़ा ही रहेगा.
शुक्रवार को भी पटना में सुबह से ही अच्छी धूप रही और अधिकतम पारा 33.4 डिग्री, गया 33.2 डिग्री, भागलपुर 34.4 डिग्री व पूर्णिया 34.0 डिग्री तक गया. तापमान बढ़ने से दिन भर ऊमस भरी गर्मी झेलनी पड़ी है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अभी पटना में गर्मी रहेगी और कहीं भी भारी बारिश को लेकर अलर्ट नहीं किया गया है. साउथ बेस्ट यूपी पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम बना हुआ है, लेकिन उससे पटना में कोई खास असर नहीं पड़ेगा.
डिसिल्टिंग मशीन से भी नहीं निकल रहा पानी
पटना. एक माह से लगातार कंकड़बाग अंचल के पोस्टल पार्क, चांदमारी रोड, खासमहल, रामनगर, इंदिरा नगर, संजय नगर, हनुमान नगर, रामलखन पथ और मीठापुर बस स्टैंड रोड व आसपास के इलाकों में जलजमाव की समस्या है. इन इलाकों की मुख्य सड़कों से लेकर गलियों तक बारिश और नाले का पानी एक हो गया है, जिससे जमा हुआ पानी काला हो गया है. इस पानी को निकालने को लेकर निगम
प्रशासन ने खासमहल के इलाके में डिसिल्टिंग मशीन भी लगायी, लेकिन लोगों को खास लाभ नहीं मिला. शुक्रवार को भी स्थिति जस-की-तस बनी हुई है. नगर आयुक्त पानी निकालने को लेकर दिशा-निर्देश देते हैं, लेकिन समस्या जस-की-तस बरकरार है. हालांकि, शुक्रवार से न्यू बाइपास किनारे के नाला के दोबारा उड़ाही का काम शुरू कर दिया गया है, जिससे निगम प्रशासन को उम्मीद है कि शीघ्र पानी की निकासी हो जायेगी.
हम तो खेत में रहते हैं, घरवाले जाग कर गुजारते हैं रात
पटना : हम तो रात में खेत की रखवाली करते हैं. घरवाले रात में सोते ही नहीं है, जाग कर रात गुजारते हैं कि कही गंगा का पानी रात में अचानक से घर में न घुस जाये. हम बच्चों को सुला कर रात भर समूह में रहते हैं, ताकि आपात स्थिति में तुरंत यहां से निकल सके. लेकिन अब तो निकलने का रास्ता भी नहीं बचा है. हम गंगा से घिरते जा रहे हैं.
ऐसे में अगर पानी बढ़ गया, तो जागते हुए भी यहां से निकलना मुश्किल हो जायेगा. ये कहना हैं बिंद टोली के लोगों का, जो कि गंगा के बढ़े जल स्तर से डरने लगे हैं.
बिंद टोली में घुसेगा पानी, तो आइटीआइ में शिफ्ट होंगे सभी परिवार: सदर एसडीओ ने गांव के लोगों को आश्वासन दिया है कि आपात स्थिति में उनके लिये हरसंभव काम होगा, जिसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है और गंगा का पानी अचानक से गांव में घुसेगा, तो सभी परिवारों को आइटीआइ, दीघा में शिफ्ट कर दिया जायेगा. जिसको लेकर सीओ के माध्यम से काम पूरा कर लिया गया है. गांव से बाहर निकलने को 10 नावों की व्यवस्था की जा रही है.
नकटा दियरा पंचायत में है बिंद टोली: नकटा दियारा पंचायत के वार्ड संख्या 13 व 14 में बिंद टोली पड़ता है. यहां के लोग पहले पाटलिपुत्र के पास की जमीन में रहते थे, लेकिन जब स्टेशन का काम शुरू हुआ, तो सरकार ने इसे गंगा की पेट में लाकर बसा दिया. दोनों वार्ड में वोटर लिस्ट के मुताबिक लगभग 950 परिवार रहते हैं.
लोगों की परेशानी उनकी ही जुबानी
हमारा पांच लोगों का परिवार है. हम रात में खेत पर चले जाते हैं, लेकिन जब से गंगा का बहाव बढ़ा है. हमको दियारे में भी रात गुजारना मुश्किल हो गया है. अगर गंगा में पानी अचानक से बढ़ा, तो हमारे घरवाले कैसे निकलेंगे.
-मनोज कुमार
शहर के नजदीक होकर भी ऐसा लगता है कि हम किसी टापू में बस गये हैं. पानी का बहाव तेज है. बच्चे स्कूल जाना छोड़ दिये हैं. घर में रात में लोग जगते है. क्योंकि, हमारे चारों ओर पानी है और हम निचले क्षेत्र में है, जहां पानी का बहाव बढ़ते ही सभी के घरों में घुस जायेगा.
-कामेश्वर
दनियावां : जोधन बिगहा एक माह से घिरा है पानी से, अब तक कोई मदद नहीं
प्रखंड की सलालारपुर पंचायत के जोधन बिगहा गांव लगभग एक माह से चारों ओर से पानी से घिरा हुआ है. इससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस गांव के आगनबाड़ी केंद्र में पानी घुसा है. प्राथमिक विद्यालय जानेवाले रास्ते पर भी तीन-चार फुट पानी है. इस कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित है. प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक आते हैं और हाजिरी बना कर चले जाते हैं. गांव चारों ओर से पानी से घिरे रहने के कारण ग्रामीणों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है.
गंदगी से लोगों का जीना हराम हो गया है. गांव की मीरा देवी ने बताया कि हमलोगों ने सहायता और मुआवजे को लेकर मुखिया मनीष के नेतृत्व में प्रखंड व अंचल कार्यालय का घेराव भी किया था, पर कोई मदद नहीं मिली. सविता देवी ने कहा कि जानवरों के लिए चारे की किल्लत बनी हुई है. वहीं, संजू देवी ने बताया कि आगनबाड़ी केंद्र पानी घुसने से एक माह से बंद है.