चुटीले व कड़े अंदाज में केसी त्यागी ने शरद पर बोला हमला, बतायी नीतीश से उनके मतभेद की पूरी कहानी

पटना :जनता दल यूनाइटेडमें दो बड़े नेताओं नीतीश कुमार व शरद यादव की राह अबपूरीतरह से अलग-अलग हो गयी है.अबसुलह की कोई संभावना नहीं बची है.जदयू ने कहा कि आजकार्यकारिणी में उन्हें हमलोगों ने बुलाया था, लेकिन वे नहीं आये. जदयू केप्रधान महासचिव केसी त्यागी के आज जिस आक्रामक ढंग सेशरद यादव पर हमले बोले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2017 4:41 PM

पटना :जनता दल यूनाइटेडमें दो बड़े नेताओं नीतीश कुमार व शरद यादव की राह अबपूरीतरह से अलग-अलग हो गयी है.अबसुलह की कोई संभावना नहीं बची है.जदयू ने कहा कि आजकार्यकारिणी में उन्हें हमलोगों ने बुलाया था, लेकिन वे नहीं आये. जदयू केप्रधान महासचिव केसी त्यागी के आज जिस आक्रामक ढंग सेशरद यादव पर हमले बोले उससेइस बात पर मुहर-सी लग गयीहै. त्यागी ने कहा कि मैं भी त्यागी शरद जी भी त्यागी, उन्होंने तो जदयू को त्याग ही दिया है. त्यागी ने आज कहा किशरद यादव27 अगस्त को लालू प्रसाद के साथ मंच साझा कर अपनी गरिमा व प्रतिष्ठा को खत्म कर लेंगे और पार्टीके द्वारा तयलक्ष्मण रेखा को पार कर लेंगे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के साथ खड़े होकर उनकी प्रतिष्ठा बढ़ती थी. केसी त्यागी के अनुसार, जेपी, लोहिया, चौधरी चरण सिंह,वीपी सिंह व कर्पूरी ठाकुर के नेतृत्व में काम करने वाले हमारी कतार से निकला एक बढ़िया नेता उस आदमी के साथ मंचशेयर करेगा जो आज परिवारवाद एवं भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा बादशाह है.

केसी त्यागी ने आज विस्तारसे बताया है कि कैसे शरद यादव लंबे समय से पार्टी लाइन सेअलग चल रहे थे और ऐसा लगता था कि दो जदयू है – एकबिहार में अलग और दूसरा दिल्ली में अलग. उन्होंने कहा किमहिला आरक्षण मुद्दे पर नीतीश जी कुछ कहते थे और शरद जी दिल्ली में उससे इतर कुछ कहते थे.नोटबंदी के मुद्दे पर भी उनके अलग स्टैंड थे. सर्जिकल स्ट्राइक जिस पर हर किसी को सेना पर गर्व होना चाहिए, उस पर भी उन्होंने अलग स्टैंड अपनाया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में तोइसकी अति हो गयी. उन्होंने कहा कि इसलिए उन्हें राज्यसभा में नेता पद से हटाना जरूरी हो गया था. केसी त्यागी ने यह भी माना कि उनकी वरिष्ठता के कारण व दोनों नेताओं के लंबे एसोसिएशन के कारण पार्टी उन पर कार्रवाई नहीं कर रही है, लेकिन अगर वे राजद के मंचपर जायेंगे, तब वे लक्ष्मण रेखा पार कर चुके होंगे. त्यागी ने संकेत दिया कि इसके बाद पार्टीउनके खिलाफ कार्रवाई करेगी.

केसी त्यागी ने यह भी कहा कि जिस बैठक में नीतीश मुर्दाबाद और लालू-राबड़ी जिंदाबाद के नारे लगते हों वह जदयू की बैठक नहीं हो सकती है. उनका तात्पर्य शरद के सम्मेलन से था. उन्होंने धर्मनिरपेक्षता के सवाल पर कहा कि दिल्ली में वीपी सिंह के नेतृत्व में हमारी सरकार थी और नीतीश जी उसमें मंत्री थे, मैं सांसद था, लेकिन अयोध्या मुद्दे पर हमनेअपनीसरकार कुर्बान कर दी, इसलिए धर्मनिरपेक्षता का पाठ कोई हमें न पढाये. उस समय लालू प्रसाद यादव की सरकार दावं पर नहीं लगी थी.

Next Article

Exit mobile version