पटना: पटना वेटनरी कॉलेज में कालाजार की रोकथाम के लिए रिसर्च होगा. कालाजार की बीमारी फैलाने वाली बालू मक्खी को मारने के लिए अमेरिकी वैज्ञानिकों के सहयोग से कॉलेज के प्रोफेसर रिसर्च करेंगे. अमेरिका के वेलिंगटन स्थित जेनेसिस लैब के वैज्ञानिकों के साथ इस मामले को लेकर बिहार कृषि विवि सबौर ने एमओयू साइन किया है.
कॉलेज के प्राचार्य डॉ एमके चौधरी व परजीवी विभाग के एचओडी डॉ सामंत रे ने बताया कि छह माह में रिसर्च का प्रथम फेज पूरा कर लिया जायेगा. रिसर्च सफल होने की स्थिति में बालू मक्खी का पूरी तरह से उन्मूलन किया जा सकेगा, जिससे भविष्य में कालाजार रोग का फैलाव नहीं होगा. बिहार जैसे प्रदेश में कालाजार गंभीर बीमारी है.
इससे हर साल सैकड़ों लोग मरते हैं. डॉ रे ने बताया कि बालू मक्खी व चमोकन को मारनेवाला टीका विकसित कर जानवरों में दिया जायेगा, जिसका खून पीते ही ये परवीजी मर जायें. रिसर्च के लिए अमेरिकी लैब के सात वैज्ञानिक पटना पहुंच चुके हैं. लैब की ओर से अत्याधुनिक तकनीक कॉलेज के प्रोफेसर को मुहैया कराया जायेगा.