पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार माेदी ने आज लालू परिवार के खिलाफ नया आरोप लगाते हुए कहा कि राजद सुप्रीमो लालू यादव ने काम करने के बदले जमीन और संपत्ति लिखवाने के लिए नये-नये तरीके इजाद किये है. सुशील मोदी ने कहा कि कंपनियों के माध्यम से जमीन, गिफ्ट के माध्यम से जमीन, सीधे जमीन और अब पॉवर ऑफ अटार्नी के माध्यम से जमीन लेने कीबातभीसामनेआयी है.
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा कि रामाश्रय प्रसाद यादव को बीपीएससी का चेयरमैन बनाने के एवज मेंपटनाके मौजा सगुनामें6726वर्ग फुट का दो प्लाट वर्ष 1993-94में लिखवालियागया. प्लाट लिखवानेके लिए मो. शमीमऔर उनकी पत्नी सोफिया तबस्सुम का इस्तेमालकिया गया. रामाश्रय यादव की पुत्री सीमा यादवतथापुत्र संजय यादवसेविजयबिहार को-ऑपरेटिव सगुनामें मो. शमीरतथा उनकी पत्नी सोफिया तबुस्सुम के नाम जमीन रजिस्ट्री करवाई गयी. 13 मई,2005को मो. शमीमऔर सोफिया तब्बसुमने इन दाेनों प्लाट को पावर ऑफ अटार्नी के माध्यम से राबड़ी देवी को सुपुर्द कर दिया.
मो. शमीमको इस सेवाकेबदले 1998 में उन्हें राज्यपाल के कोर्ट से विधान परिषद मेंमनोनीतकरवा दियागया और अब राबड़ी देवी इस प्लाट को अपनाबताकरहकजतारही है. पावरआॅफ अटार्नी के दस्तावेज में लिखा है कि राबड़ी देवी उनकी जमीन की देखभाल करेगी.जमीन को किराये पर लगाकर पैसावसूलकरसकती है. मो.शमीम के बदले कोर्ट में उपस्थितहोने, मुकदमालड़नेका काम करेगी. इसप्रकाररामाश्रय यादव कोबीपीएससीका चेयरमैन बनाने के एवज में मो. शमीम के नाम से जमीन लिखवानाऔर फिर मो. शमीमको राज्यपालकोटे से मनोनीत करने के बदले उसजमीनको पावर ऑफ अटार्नीके माध्यम से खुद मालिकबन जाने का खेल खेला गया.
सुशील मोदी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री की जमीन को दूसरेलोग देखभाल करते है परंतु पूर्व मुख्यमंत्री दूसरों की जमीनकी देखभालकरती है,मानों वह चौकीदार है. बीपीएससी के चेयरमैन बनने के एवज में पटना शहर की दो बेशकीमतीप्लाटजिनकी कीमतआज दोकरोड़ से ज्यादा है अपने विश्वस्त मो. शमीमके नाम लिखवायीगयी. फिर मो. शमीमको राज्यपाल कोर्ट से एमएलसी बनाने के लिए उक्त दोनों करोड़ों केप्लाट का पावरआॅफ अटार्नी लेलिया. और अब उन दोनों प्लाट परराबड़ीदेवी काकब्जा ही नहीं है बल्किवह उसकी अपनी संपत्तिदर्शारहीहै.
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