पटना : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आजखुलासा करते हुए कहा कि महागठबंधन टूटने के पंद्रह दिन पहले से ही जदयू विधायकों को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा था. हालांकि इस दौरान उन्होंने किसी दल का नाम नहीं लिया. लेकिन, राजनीतिक जानकारों की मानें तो उन्होंने बिना नाम लिये राजद पर निशाना साधा है. वहीं गुजरात में कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवारअहमद पटेल के पक्ष में जदयू विधायक द्वारा वोटिंग किये जाने की खबरों का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खंडन करते हुए कहा – पार्टी विधायक ने अहमद पटेल को वोट नहीं दिया था.
मालूम हो कि महागठबंधन से अलग होने का फैसला लेते हुए 26 जुलाई को नीतीश कुमारने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफादेदियाथा.साथ ही उन्होंने मीडिया से बातचीतमें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को निशाने पर लियाऔर कहा था कि धन-संपत्ति गलत तरीके से अर्जित करने का कोई मतलब नहीं है. कफन में कोई जेब नहीं होती है. इसके बाद नीतीश कुमार ने एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर बिहार में नयी सरकार के गठन का ऐलान किया. नीतीश कुमार के इस फैसले के खिलाफ राजद सुप्रीमो लालू यादव समेत उनका पूरा परिवार मुख्यमंत्री पर लगातार हमलावर है.
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