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बिहार में बाढ़ : गंगा के पेट में बने अपार्टमेंटों पर मंडराया खतरा

पटना : बिहार में आयी बाढ़ ने गंगा के किनारे बने मकानों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिये हैं. कई जगहों से आ रहे भयावह दृश्यों में नदी किनारे बने भवनों को गिरते देखा जा रहा है. राजधानी में भी गंगा लगातार उफान मारती हुई डेंजर लेवल तक पहुंच गयी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2017 7:55 AM
पटना : बिहार में आयी बाढ़ ने गंगा के किनारे बने मकानों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिये हैं. कई जगहों से आ रहे भयावह दृश्यों में नदी किनारे बने भवनों को गिरते देखा जा रहा है. राजधानी में भी गंगा लगातार उफान मारती हुई डेंजर लेवल तक पहुंच गयी है. जल स्तर बढ़ने की सबसे अधिक चिंता नदी की पेटी में घर बना कर रह रहे लोगों में दिख रही है.
गंगा सुरक्षा बांध के अंदर नियमों का उल्लंघन कर कई लोगों ने बड़े-बड़े अपार्टमेंट बना लिया है. जल स्तर थोड़ा भी और बढ़ा तो हर साल की तरह गंगा का पानी इन अपार्टमेंटों तक पहुंच जायेगा. ऐसे में उनकी नींव लगातार कमजोर हो रही है और पानी बढ़ने पर किसी भी दिन बड़ी दुर्घटना घट सकती है.
निर्माण पर रोक, तो कैसे दी गयी प्लानिंग रिपोर्ट : सुरक्षा बांध के उत्तर नदी के पेटी से दो सौ मीटर की दूरी में निर्माण पर रोक है. इसके बावजूद बिल्डरों, वास्तुविदों और निगम अधिकारियों की मिलीभगत से प्लानिंग रिपोर्ट जारी की गयी.
इस प्लानिंग रिपोर्ट के आधार पर वास्तुविद ने नक्शा पारित किया. एनजीटी में बिल्डरों ने अपना पक्ष रखा कि निगम ने प्लानिंग रिपोर्ट दी, जिसके आधार पर नक्शा पारित हुआ. जब निर्माण पर रोक थी, तो कैसे प्लानिंग रिपोर्ट उपलब्ध करायी गयी. इसके जवाब में निगम प्रशासन कन्नी काट रहा है.
रोक के बावजूद तैयार हो गया अपार्टमेंट : नगर आयुक्त कोर्ट ने बांध के उत्तर बने निर्माणाधीन अपार्टमेंट के निर्माण पर रोक लगायी. इसके बावजूद बिल्डरों द्वारा निर्माण कार्य जारी रखा गया.
निर्माण कार्य पर रोक लगाने को लेकर नगर आयुक्त ने एसएसपी को भी पत्र भेजा, ताकि स्थानीय थाना प्रोपर निगरानी करें. लेकिन, वर्तमान स्थिति यह है कि कुर्जी मोड़ स्थित अपार्टमेंट हो या फिर राजापुर पुल के समीप का अपार्टमेंट. सभी अपार्टमेंट बन कर तैयार हैं. लेकिन निगम प्रशासन हाथ पर हाथ रखे बैठे है.

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