बिहार : माओवादियों ने एक ही परिवार के 4 लोगों का किया अपहरण, ले गये अपने साथ, अभी तक कोई सुराग नहीं

लखीसराय : बिहार के लखीसराय जिले में नक्सलियों ने एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया है. जानकारी के मुताबिक नक्सलियों ने जिले के पीरी बाजार थाना क्षेत्र के लहसोरवा गांव से एक ही परिवार के चार सदस्यों का अपहरण कर खुलेआम प्रशासन को चुनौती देने का काम किया है. पुलिस सूत्रों की मानें, तो इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2017 10:44 AM

लखीसराय : बिहार के लखीसराय जिले में नक्सलियों ने एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया है. जानकारी के मुताबिक नक्सलियों ने जिले के पीरी बाजार थाना क्षेत्र के लहसोरवा गांव से एक ही परिवार के चार सदस्यों का अपहरण कर खुलेआम प्रशासन को चुनौती देने का काम किया है. पुलिस सूत्रों की मानें, तो इस घटना को नक्सलियों ने मंगलवार देर रात को अंजाम दिया है. मामले को लेकर स्थानीय थानाध्यक्ष के बयान पर आठ नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. जिले के एसपी अरविंद ठाकुर ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि मामले की जांच की जा रही है. पीरीबाजार थाने के लहसोरवा गांव निवासी भूना यादव और उनके दो बेटे विकास व बबलू यादव और भतीजे संजय यादव को नक्सलियों ने अगवा कर लिया है.

फूफा-भतीजे के झगड़े में मंगलवार की देर रात नक्सलियों ने चार लोगों का अपहरण कर लिया. पीरीबाजार थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने मंगलवार की रात लहसोरवा गांव निवासी किसान भूना यादव व उनके दो बेटों बबलू यादव व विकास यादव और उनके एक रिश्तेदार संजय यादव को पंचायती करने के बहाने अपहरण कर अपने साथ जंगल की ओर लेते चले गये. भूना यादव का साला के पुत्र शंकर यादव के साथ जमीन विवाद चल रहा था. शंकर यादव पर नक्सली दस्ते से मिले होने तथा उस पर धरहरा थाने के दारोगा भवेश हत्याकांड सहित कई अन्य वारदातों में शामिल होने का आरोप है. शंकर यादव का उसके फूफा भूना यादव के साथ तीन कट्ठा जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. इस वजह से तीन माह पूर्व भी शंकर अपने नक्सली साथियों के साथ भूना को उठाकर जंगल में ले गया था. नक्सलियों ने भूना यादव को आदेश दिया था कि वह शंकर यादव को ढाई लाख रुपये दे दे. रुपये का इंतजाम नहीं किये जाने के कारण मंगलवार की रात पंचायती करने के नाम पर शंकर ने अपने नक्सली साथियों के साथ मिल कर भूना सहित चार लोगों को उठवा लिया.

भूना सहित चार लोगों के अपहरण के बाद से परिजन दहशत में आकर घर छोड़कर निकल गये हैं. अपहृत के घर पर किसी के नहीं होने से पुलिस के पास इसकी शिकायत नहीं हो सकी है. इसके बाद एसपी अरविंद ठाकुर के निर्देश पर पीरीबाजार थानाध्यक्ष रविकांत कुमार ने स्वयं के बयान पर चार लोगों के अपहरण में शंकर यादव सहित आठ नक्सलियों को नामजद व कई अन्य नक्सलियों को अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज की है. इस संबंध में एसपी ठाकुर ने बताया कि यह पूरी तरह भूमि विवाद का मामला है. घटना को अंजाम देने में शामिल शंकर यादव नक्सली संगठन से जुड़ा हुआ है और नक्सलियों की मदद से अपने फूफा, दो फुफेरे भाइयों व एक अन्य रिश्तेदार को उठाकर ले गया है. पुलिस सभी अपहृत की सकुशल बरामदगी के लिए प्रयास कर रही है. उन्होंने बताया कि घटना में शंकर यादव के अलावा नक्सली अनुज उर्फ प्रवेश दा, बालेश्वर कोड़ा, अरविंद यादव उर्फ नेताजी, अर्जुन कोड़ा, नरेश कोड़ा, शंभु कोड़ा तथा धरहरा थाना क्षेत्र के पैसरा निवासी सुरेश कोड़ा सहित अन्य नक्सलियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

पुलिस के मुताबिक मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है. तीन कट्ठा जमीन को लेकर यह विवाद चल रहा था. भूना यादव के परिवार से शंकर यादव की जमीन को लेकर अदावत चल रही थी. शंकर यादव नक्सली संगठन का सदस्य बताया जा रहा है. शंकर ने पहले भी इस तरह की कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है. पहले इस मामले में पंचायत लगाकर मामले का निबटारा किया गया था. नक्सली शंकर यादव को तीन लाख रुपये देने की बात कही गयी थी. महीने भर बीत जाने के बाद भी शंकर यादव को पैसे नहीं मिले. कहा जा रहा है कि गुस्से में शंकर यादव ने इस घटना को अंजाम दिया है.

घटना के बाद भूना यादव के परिजन ढ़ाई लाख रूपये लेकर शंकर यादव को देने गया, लेकिन नक्सलियों ने पैसे नही लिये. फिलहाल घर में कोई भी परिजन मौजूद नही हैं. इस घटना के बाद से इलाके में दहशत का महौल हैं. एसपी अरविंद ठाकुर की माने तो पुलिस इस घटना से जुड़े हर पहलू पर जांच कर रही है. लखीसराय की इस घटना ने पुलिस पदाधिकारियों की नींद उड़ा दी है. बिहार के पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर ने लखीसराय एसपी से इस मामले की जानकारी ली है. लखीसराय एसपी के आदेश पर पीरीबाजार थाना में थानाध्यक्ष के बयान पर आठ नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. जिन नक्सलियों पर यह मामला दर्ज किया गया है, उनमें शंकर यादव, अर्जुन कोड़ा, अनुज उर्फ प्रवेश दा, बालेश्वर कोड़ा, अरविंद यादव उर्फ नेताजी, नरेश कोड़ा, सुरेश कोड़ा के साथ अज्ञात 10 पर मामला दर्ज किया गया है.

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