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गलत आर्थिक नीति से बढ़ी महंगाई

पटना: एआइबीइए के संयुक्त सचिव डीडी रुस्तगी ने कहा कि वर्तमान सरकार की गलत आर्थिक नीति का परिणाम है कि देश में बेतहाशा महंगाई बढ़ी है. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय का प्रयास जारी है, तो दूसरी तरफ औद्योगिक घरानों के बीच निजी बैंक खोलने का लाइसेंस बांट रही है. श्री रुस्तगी शनिवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2014 8:37 AM

पटना: एआइबीइए के संयुक्त सचिव डीडी रुस्तगी ने कहा कि वर्तमान सरकार की गलत आर्थिक नीति का परिणाम है कि देश में बेतहाशा महंगाई बढ़ी है. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय का प्रयास जारी है, तो दूसरी तरफ औद्योगिक घरानों के बीच निजी बैंक खोलने का लाइसेंस बांट रही है.

श्री रुस्तगी शनिवार को केनरा बैंक इंप्लाइज यूनियन, बिहार द्वारा आयोजित आठवें सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वर्तमान में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को मजबूती प्रदान करना है, जिससे देश आर्थिक रूप से मजबूत हो सके. यूनियन के अध्यक्ष जीवी संबाशिव ने भी देश की आर्थिक नीतियों के लिए केंद्र को जिम्मेवार ठहराया.

उन्होंने कहा कि यही कारण है कि दिन-रात महंगाई बढ़ रही है और जनता परेशान हो रही है. मौके पर बीपीबीइए के महामंत्री पीडी सिंह, बीपीबीइए के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद के साथ साथ अजय मंजरेकर, वीके सिंह, डॉ कुमार अरविंद, सीएस वेनुगोपाल, केएस सिंह व रामकृष्ण ने भी विचार व्यक्त किये.

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