फूटा गुस्सा: बालू नहीं मिलने से कामकाज बाधित, झेल रहे भुखमरी, जलाया पुतला श्रमिकों का विरोध प्रदर्शन, निकाला मार्च
पटना सिटी: अवैध बालू खनन पर लगायी गयी रोक की वजह से कायम बालू संकट की स्थिति में गृह निर्माण से जुड़े श्रमिकों, बालू की ढुलाई करनेवाले श्रमिक, ट्रैक्टर व ट्रक चालक काम के अभाव में बेरोजगार हो गये हैं. भुखमरी की स्थिति झेल रहे मजदूरों को हक मिले, इसके लिए गुरुवार को मजदूरों के […]
पटना सिटी: अवैध बालू खनन पर लगायी गयी रोक की वजह से कायम बालू संकट की स्थिति में गृह निर्माण से जुड़े श्रमिकों, बालू की ढुलाई करनेवाले श्रमिक, ट्रैक्टर व ट्रक चालक काम के अभाव में बेरोजगार हो गये हैं. भुखमरी की स्थिति झेल रहे मजदूरों को हक मिले, इसके लिए गुरुवार को मजदूरों के समर्थन में बिहार विकास मोर्चा की ओर से बालू मजदूरों को साथ लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया.
मोरचा के प्रदेश अध्यक्ष श्रीप्रकाश मालाकार की अगुआई में दर्जनों की संख्या में मजदूरों ने मंगल तालाब से आक्रोश मार्च निकाला, जो वार्ड संख्या 60, 61, 62, 63 व 64 का भ्रमण करते हुए खाजेकलां थाना क्षेत्र के नून के चौराहा पहुंचा, जहां सभा की गयी. साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के पुतलाें को फूंका गया. सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सरकार की मशीनरी ने बालू व्यवसाय से जुड़े मजदूरों की रोजी- रोटी छीन ली है. स्थिति यह है कि तीन हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर मिलनेवाला बालू अब आठ से दस हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर बिक रहा है.
सभा में वक्ताओं ने बालू खनन पर लगायी गयी रोक को हटाने व भ्रष्ट लोगों पर कार्रवाई की मांग की. मजदूरों की समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो इसके खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन मोरचा की ओर किया जायेगा. आंदोलन मो सलीम रजा, देवी लाल, सोनू ठेकेदार, मो सुल्तान, राम इकबाल गोप, तपेश्वर ठाकुर, किशोर चौधरी, काली मिस्त्री, मंगल पंडित, मो असलम, लखन गोप, कपिल सिंह, सुबोध चौधरी, शिव नारायण मिस्त्री, मो सुल्तान, राजू, मनोज, उमाशंकर सिंह, प्रमोद पंडित, शाकलेन अंसारी आदि शामिल थे. बताते चलें कि बुधवार को भी नून के चौराहा के पास सड़क जाम कर विरोध किया गया था.