बिहार : बाढ़ ने लिखी खौफनाक कहानी, अबतक 379 व्यक्तियों की मौत और 1.61 करोड आबादी प्रभावित
पटना : पड़ोसी देश नेपाल और बिहार में लगातार भारी बारिश के कारण आयी बाढ़ से प्रदेश में 12 और लोगों की मौत हो गयी. इसके साथ ही बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 379 हो गयी है. बाढ़ से 19 जिलों की एक करोड़ 61 लाख 67 हजार आबादी प्रभावित हुई है. आपदा […]
पटना : पड़ोसी देश नेपाल और बिहार में लगातार भारी बारिश के कारण आयी बाढ़ से प्रदेश में 12 और लोगों की मौत हो गयी. इसके साथ ही बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 379 हो गयी है. बाढ़ से 19 जिलों की एक करोड़ 61 लाख 67 हजार आबादी प्रभावित हुई है. आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पड़ोसी देश नेपाल और बिहार में लगातार हुई भारी बारिश के कारण आयी बाढ़ से प्रदेश में 12 और लोगों की मौत हो जाने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 379 हो गयी है तथा बाढ़ से 19 जिलों की एक करोड़ 61 लाख 67 हजार आबादी प्रभावित हुई है.
बाढ़ से प्रदेश के 19 जिले किशनगंज, अररिया, पूणर्यिा, कटिहार, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सीतामढी, शिवहर, समस्तीपुर, गोपालगंज, सारण, सीवान, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा एवं खगड़िया प्रभावित हैं. इसमें सबसे अधिक अररिया में 80 लोग, सीतामढ़ी में 43, पश्चिमी चंपारण में 36, कटिहार में 35, मधुबनी में 25, किशनगंज में 24, दरभंगा में 22, मधेपुरा में 21, पूर्वी चंपारण एवं गोपालगंज 1919, सुपौल में 16, पूर्णिया में 9, मुजफ्फरपुर, खगड़िया एवं सारण में 77, शिवहर एवं सहरसा में 44 तथा समस्तीपुर में एक व्यक्ति की मौत हुई है.
एनडीआरएफ की 28 टीम 1152 जवानों एवं 118 नौकाओं के साथ, एसडीआरएफ की 16 टीम 446 जवानों एवं 92 नौकाओं के साथ तथा सेना की 7 कालम 630 जवानों और 70 नौकाओं के साथ बचाव एवं राहत कार्य में जुटी हुई है. राज्य सरकार द्वारा बाढ़ में घिरे लोगों को सुरक्षित निकाले जाने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. अबतक 781657 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाके से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है और 624 राहत शिविरों में 156560 व्यक्ति शरण लिए हुए हैं. बाढ़ राहत शिविर के अतिरिक्त वैसे प्रभावित व्यक्ति जो राहत शिविरों में नहीं रह रहे हैं उनके लिए सामुदायिक रसोईघर चलाये जा रहे हैं. इस तरह कुल 1565 सामुदायिक रसोईघर चलाए जा रहे हैं, जिसमें 344137 लोगों को भोजन कराया जा रहा है.
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