राजद की रैली में शरद, ममता, अखिलेश, गुलाम नबी, राजा होंगे शामिल, शरद गुट ने जदयू पर जताया दावा
पटना : राजद की रैली को लेकर तैयारी जोरों पर है. रविवार को होनेवाली इस रैली पर सबकी नजरें टिकी है. लोगों को इस बात का भी इंतजार है सीबीआई की छापेमारी के बाद लालू प्रसाद ने कहा था कि वह गांधी मैदान की रैली में बड़ा खुलासा करेंगे. लालू परिवार पर लगे आरोपों के […]
पटना : राजद की रैली को लेकर तैयारी जोरों पर है. रविवार को होनेवाली इस रैली पर सबकी नजरें टिकी है. लोगों को इस बात का भी इंतजार है सीबीआई की छापेमारी के बाद लालू प्रसाद ने कहा था कि वह गांधी मैदान की रैली में बड़ा खुलासा करेंगे. लालू परिवार पर लगे आरोपों के खुलासे में अब 24 घंटे का समय बचा है. यह देखना है कि लालू प्रसाद सीबीआई छापेमारी को लेकर क्या पोल खोल रहे हैं. इधर बड़े नेताओं के रैली से किनारा करने के बाद राजद अब अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों के सहारे ही रैली को सफल बनाने में जुट गया है. रैली से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बसपा प्रमुख कुमारी मायावती ने किनारा कर लिया है. अब रैली में दूसरे स्तर के नेताओं के शामिल होने पर भी लालू प्रसाद को संतोष करना पड़ रहा है.
उधर, राष्ट्रीय जनता दल कार्यसमिति के सदस्य भाई अरुण कुमार ने बताया कि रैली की तैयारी का काम पूरा हो चुका है. रैली में महान किसान नेता चौधरी चरण सिंह, राममनोहर लोहिया, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, महात्मा गांधी, भीमराव आंबेडकर, मौलाना अब्दुल कलाम, ज्योतिबा राव फुले, वीपी सिंह, सुभाष चंद्र बोस, वीर कुंवर सिंह, डॉ राजेंद्र प्रसाद, मधु लिमये एवं पेरियार के नाम पर द्वार बनाये गये हैं.
सीएम ममता आज पटना के लिए रवाना होंगी: राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार की शाम 5.30 बजे की फ्लाइट से बिहार की राजधानी पटना के लिए रवाना हाेगी. जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री वहां राजद द्वारा प्रस्तावित रैली में भाग लेंगी.वह रविवार को ही कोलकाता वापस लौट अायेंगी.
उल्लेखनीय है कि बिहार में जदयू और राजद के बीच गठबंधन टूटने व मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के भाजपा का दामन थामने को राजद की ओर से सख्त विरोध किया जा रहा है. पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पूरे राज्य में घूमकर इसे जनमत के साथ धोखाधड़ी बताते हुए यात्रा कर रहे हैं. इसी कड़ी में रविवार को पटना में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भाग लेंगी.
रैली में जिसे आना है आये, कोई फर्क नहीं पड़ता है : राबड़ी
राजद की 27 अगस्त को प्रस्तावित रैली को लेकर पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने विधान परिषद के बाहर पत्रकारों से कहा कि रैली में जिसे आना है वह आयें. जिसे नहीं आना है नहीं आये, कोई फर्क नहीं पड़ता है. इस ऐतिहासिक रैली में सभी विपक्षी दल अपने-अपने प्रतिनिधि को भेज रहे हैं.
इसलिए यह रैली भाजपा के खिलाफ सभी विपक्षी दलों की एकजुटता के साथ आयोजित किया जायेगा.उन्होंने कहा कि रैली अपने प्रस्तावित स्थान और समय के अनुसार ही होगी. रैली में पूरे बिहार से लाखों की संख्या में लोग जुटेंगे. इसकी तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस रैली में भाजपा के समर्थन में सभी विपक्षी दल एकजुट होकर खड़े होंगे और देश से उखाड़ फेंकने के अभियान की शुरुआत होगी.
राजद की रैली में शामिल होंगे शरद यादव : रमई राम
साझा विरासत बचाओ राष्ट्रीय समिति के प्रदेश संयोजक रमई राम ने बताया कि राजद की आयोजित 27 अगस्त की रैली में जदयू नेता शरद यादव शामिल होंगे. यह महागठबंधन सरकार की रैली है. देश बचाओ भाजपा भगाओ रैली के बाद समिति की ओर से बड़ा धरना का आयोजन किया जायेगा.
राम शुक्रवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि नीतीश कुमार ने 26 जुलाई को जो किया उससे न सिर्फ अपने को बल्कि राज को भी बदल दिया. उन्होंने भविष्यवाणी की कि भाजपा के साथ जाने पर नीतीश कुमार सरवाइव नहीं करेंगे.अगर सरवाइव कर गये तो कोई उनको फांसी चढ़ा सकता है.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का चुनाव ही गलत हुआ है. यह पूछे जाने पर कि उस समय यह आवाज क्यों नहीं उठी तो उनका जवाब था कि बड़का-बड़का बघवा उनके जबड़ा में था. कौन बोलता. यह पूछे जाने पर कि पार्टी से निष्कासन के बाद आगे की क्या राजनीतिक राह होगी. उनका जवाब था कि जब तक परीक्षा नहीं होती है तब तक विद्यार्थी को पढ़ना पड़ता है. उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी ही असली जदयू है. इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग में आवेदन देकर दावा किया है कि वही असली जनता दल यू है.
ॉरमई राम ने बताया कि सृजन घोटाले के मुख्य आरोपी तो केपी रमैया हैं. उनको मुख्यमंत्री ने संरक्षण दिया है. इसी तरह से उनके मंत्री रहते हुए जिस अधिकारी का स्थानांतरण किया गया था उसको भी मुख्यमंत्री अपने पास रखे हुए हैं. इस मौके पर रामदेव सिंह यादव, मंजू सिंह, सोएब आलम, केदार यादव, राजेंद्र सिंह यादव,सोदैब पासवान, नगीना यादव व सुभाष यादव मौजूद थे.
विभिन्न दलों के 21 नेताओं की मिली सहमति
रैली में शामिल होने के लिए विभिन्न दलों के 21 नेताओं ने शामिल होने की सहमति दी है. राजद ने रैली में शामिल होनेवाले नेताओं की सूची जारी की है. इसमें शरद यादव (जदयू), पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (तृणमूल कांग्रेस), अखिलेश यादव (सपा), गुलाम नबी आजाद (कांग्रेस), सीपी जोशी (कांग्रेस), तारिक अनवर(एनसीपी), चौधरी जयंत सिंह (आरएलडी), सुधाकर रेड्डी (सीपीआई), डी राजा (सीपीआई), बाबू लाल मरांड़ी (जेबीएम), टीकेएस एलेनगोवन (डीएमके), के जोशमणि (के कांग्रेस), हेमंत सोरेन (जेएमएम), एनके प्रेमचंद्रन (आरएसपी), बदरूद्दीन अजमल (एआइयूडीएफ), जगमीत सिंह बरार(टीएमसी), किरणमय नंदा (सपा), अली मुहम्मद सागर (एनसी), अली अनवर(जेडीयू), बी हनुमंत राव (कांग्रेस) और डॉ दानिश अली (जेडीएस) शामिल हैं.
त्यागी ने शरद को लिखा पत्र, कहा-रैली से करें परहेज
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने सांसद शरद यादव को पत्र लिख कर राजद की रैली में शामिल नहीं होने का आग्रह किया है.
त्यागी ने पत्र में कहा है कि राजद की रैली में आपकी उपस्थिति से यह निश्चित होगा कि आपने न सिर्फ उच्च आदर्शों एवं सिद्धांतों के विरुद्ध आचरण किया है बल्कि स्वेच्छा से दल (जनता दल यू) का त्याग भी कर दिया है. त्यागी ने आगे कहा है कि आशा है आप नीति, सिद्धांतों एवं आदर्शों को प्राथमिकता देंगे और भ्रष्टाचार बचाने के नाम पर आयोजित राजद की रैली में शामिल होने से परहेज कर नया आदर्श कायम करेंगे.
त्यागी ने कहा कि मिल रही जानकारी के अनुसार आश्चर्य हो रहा है कि शरद यादव रैली में शामिल होंगे.
रैली का आयोजन राजद द्वारा जदयू के खिलाफ और अपने परिवार के सदस्यों के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के लिए किया जा रहा, इसलिए शरद यादव इस रैली से परहेज करें.
शरद गुट पहुंचा चुनाव आयोग
शरद यादव के नेतृत्ववाले जदयू गुट ने शुक्रवार को चुनाव आयोग में याचिका दायर कर असली जदयू होने का दावा किया है. याचिका में बताया है कि राष्ट्रीय परिषद के ज्यादातर सदस्यों का विश्वास शरद के साथ है. इसलिए चुनाव आयोग मामले पर संज्ञान लेते हुए शरद गुट को असली जदयू गुट की मान्यता दें. आयोग ने याचिका स्वीकार कर ली है.
इसके बाद दोनों पक्षों को नोटिस दी जायेगी. और आयोग इस मामले में सुनवाई करेगी. यदि प्रथम दृष्टया आयोग को याचिका में खामी लगती है, तो उसे निरस्त भी कर सकता है. शरद गुट के अरुण श्रीवास्तव ने कहा, ‘हम पार्टी के संस्थापक सदस्य हैं. नीतीश कुमार हमें कैसे हटा सकते हैं.’