बिहार : दो कर्मियों ने डकारे पटना नगर निगम के 22 लाख
गड़बड़झाला : ऑडिट में पकड़ी गड़बड़ी, वेतन से अधिक लिया पैसा, कार्रवाई नहीं पीआरडीए से लेकर नगर निगम में कार्यरत कर्मियों का मामला पटना : सफाई से लेकर नगर निगम प्रदत्त सेवाओं को देने में निगम के अधिकारियों का सुस्त रवैया पहले से जाहिर है. मगर अब अधिकारी ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने […]
गड़बड़झाला : ऑडिट में पकड़ी गड़बड़ी, वेतन से अधिक लिया पैसा, कार्रवाई नहीं
पीआरडीए से लेकर नगर निगम में कार्यरत कर्मियों का मामला
पटना : सफाई से लेकर नगर निगम प्रदत्त सेवाओं को देने में निगम के अधिकारियों का सुस्त रवैया पहले से जाहिर है. मगर अब अधिकारी ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने से भी बच रहे हैं. हाल के दिनों में स्थानीय निधि अंकेक्षण निदेशालय की रिपोर्ट में निगम के दो कर्मी प्रभारी कार्यालय अधीक्षक शशि शेखर सिंह व एक अन्य कर्मी नीरज कुमार वर्मा पर पूर्व निर्धारित वेतन से अधिक पैसे लेकर निगम को 22 लाख 58 हजार 702 रुपये का चूना लगाने का मामला सामने आया है.
रिपोर्ट के अनुसार प्रभारी कार्यालय अधीक्षक ने अपने वेतन को सचिवालय सहायक के वेतनके बराबर भुगतान करवाया है. रिपोर्ट में निगम को उन दोनों कर्मियों से पैसा रिकवर करने का निर्देश दिया गया है. बावजूद इसके नगर आयुक्त से लेकर संबंधित अन्य अधिकारियों की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
आठ माह पहले आयी थी रिपोर्ट, मामले को दबा दिया गया
अंकेक्षण रिपोर्ट बीते वर्ष नवंबर माह में ही आयी थी. इसके बाद मामले को दबा दिया गया. इसके बाद अब पटना नगर निगम स्टाफ यूनियन के पूर्व महामंत्री ने वित्त विभाग के मंत्री व प्रधान सचिव, सामान्य प्रशासन के प्रधान सचिव व मेयर को ऑडिट रिपोर्ट का हवाला देकर कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है.
रिपोर्ट में कर्मियों के वेतन बढ़ाने के जवाब में कहा गया है कि नगर विकास व आवास विभाग के वेतन पुनर्गठन के आधार पर वेतनमान बढ़ाया गया है, जबकि ऑडिट रिपोर्ट में इस तरह का कोई कागजात उपलब्ध नहीं कराया गया है. मामले में शशि शेखर सिंह व नीरज वर्मा दोनों पर 11 लाख 29 हजार 351 रुपये अधिक लेने का आरोप लगाया गया है.
नगर अायुक्त पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप
नगर अायुक्त पर पहले भी शशि शेखर सिंह को बचाने का आरोप लगता रहा है. नगर निगम के कर्मियों को सरकारी सहायक के अधिक वेतनमान 4000- 6000 के बदले 5500-9000 लेने के बावजूद कर्मियों पर कार्रवाई नहीं की गयी. इसके अलावा पहले के कंकड़बाग अंचल के कर संग्राहक रंजन कुमार सिंह द्वारा कर संग्रह में गड़बड़ी करने के आरोप में शशि शेखर को बचाने के अारोप के बावजूद कोई जांच नहीं की गयी. हालांकि कर संग्राहक को बाद में हटा दिया गया.
फॉगिंग मशीनों की आॅनलाइन मॉनीटरिंग शुरू : नगर निगम अब शहर में फॉगिंग कर रहे वाहनों की ऑलाइन मॉनिटरिंग करेगा. इसके लिए सभी वाहनों में जीपीएस लगा दिया गया है. पटना सिटी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि सिटी अंचल में इसकी शुरुआत हो चुकी है. गौरतलब है कि निगम के पास अभी 12 फॉगिंग मशीनों को लगाया जा रहा है.