दो करोड़ की ठगी में क्लर्क हुआ गिरफ्तार

कार्रवाई. पटना हाइकोर्ट में है पदस्थापित पटना : गैर मजरुआ जमीन, सरकारी जमीन तथा विवादित जमीन की रजिस्ट्री करा देने का दावा कर के कई लोगों से ठगी कर चुके पटना हाईकोर्ट के क्लर्क अनिल झा को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उन पर करीब दो करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 27, 2017 10:04 AM
कार्रवाई. पटना हाइकोर्ट में है पदस्थापित
पटना : गैर मजरुआ जमीन, सरकारी जमीन तथा विवादित जमीन की रजिस्ट्री करा देने का दावा कर के कई लोगों से ठगी कर चुके पटना हाईकोर्ट के क्लर्क अनिल झा को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उन पर करीब दो करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है. उनकी गिरफ्तारी हाईकोर्ट के बाहर से हुई है.
कोतवाली पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. पुलिस का कहना है कि उसके खिलाफ कोर्ट में भी वाद दर्ज है. जहानाबाद के रहने वाला अनिल झा पटना हाईकोर्ट में क्लर्क के पद पर है. पटना में अदालतगंज के सरकारी आवास में रहता है. उन्होंने जहानाबाद तथा पटना के कई लोगों से जमीन दिलाने के नाम पर ठगी की है.
चपरासी ने कराया गिरफ्तार : पटना सिविल कोर्ट में रामचंद्र दास चपरासी के पद पर तैनात हैं. अनिल झा ने उनसे भी ठगी की थी. जमीन दिलाने के नाम पर एक लाख रुपये लिये थे, लेकिन कई महीने के बीत जाने के बाद भी न तो जमीन दिलायी और न ही पैसा लौटाया. परेशान होकर रामचंद्र ने कोतवाली पुलिस से संपर्क किया और पूरी घटना बतायी. इस पर पुलिस ने रामचंद्र से फोन पर मिलने के बहाने अनिल झा को बुलाया और गिरफ्तार किया.
पटना. पटना जंकशन पर तैनात स्टेशन डायरेक्टर को शनिवार की सुबह 10 साल पुराने मामले में गिरफ्तार कर लिया गया. सुबह छह बजे निदेशक बीके चौधरी ड्यूटी पर पहुंचे और रोस्टर चार्ट के साथ-साथ अपने कार्य में जुट गये. इसी दौरान साढ़े छह बजे जीआरपी की टीम वारंट लेकर निदेशक के चैंबर में पहुंची औरउनको गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद जीआरपी थाने में दिन के 11 बजे तक कागजी प्रक्रिया पूरी की और जेल भेज दिया.
2007 में दर्ज की गयी थी प्राथमिकी
वर्ष 2007 के तत्कालीन जंकशन मैनेजर व वर्तमान जंकशन निदेशक बीके चौधरी ने एक स्टॉल हटाया था. स्टॉल हटाने को लेकर स्टेशन मैनेजर व स्टॉल संचालक में विवाद हुआ और स्टॉल संचालक ने मारपीट, लूटपाट और पैसा लूटने का आरोप लगाते हुए जीआरपी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. मामला कोर्ट में चल रहा था, लेकिन बीके चौधरी मैनेज करने में लगे थे. नाराज कोर्ट ने चार-पांच माह पहले ही बीके चौधरी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया.
वर्ष 2007 के मामले में कोर्ट का गिरफ्तारी वारंट था. गिरफ्तारी वारंट के आलोक में बीके चौधरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
प्रमोद कुमार, जीआरपी इंस्पेक्टर, पटना जंकशन
निजी मामले के आरोप में जंकशन निदेशक की गिरफ्तारी हुई है. सर्विस रूल्स के अनुसार कोई 48 घंटे तक गिरफ्तार रहता है, तो निलंबित हो जाता है.
राजेश कुमार, सीपीआरओ, पूर्व मध्य रेल

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