पटना : जनता दल यूनाइटेड(जदयू) के संस्थापक शरद यादव की रविवार को पार्टी से छुट्टी कर दी जायेगी. जैसे ही शरद यादव राजद की महारैली में अपना संबोधन शुरू करेंगे, जदयू से उन्हें निकाल दिया जायेगा. शरद ने खुद पिछले दिनों एक सभा में कहा था कि उन्हें अपने घर से बेदखल किया जा रहा हैं, अपने खिलाफ कार्रवाई के लिए मन से तैयार बैठे हैं.
इसके बाद आने वाले दिनों में पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण उनकी सदस्यता रद कराने की औपचारिक कार्रवाई शुरू की जायेगी. शरद यादव शनिवार को पटना रैली में भाग लेने के लिए पहुंचे हैं और साफ किया कि असल जनता दल यूनाइटेड उनके साथ है और पार्टी महासचिव केसी त्यागी के इस रैली में भाग नहीं लेने के आग्रह को वो ज़्यादा तरजीह नहीं देते.
शरद यादव को मिला धमकी भरा पत्र
जदयू के बागी नेता शरद यादव को कथित तौर पर एक दक्षिण पंथी समूह से एक धमकी भरा पत्र मिला है जिसमें उन्हें बिहार की राजनीति में हस्तक्षेप न करने और ‘राष्ट्र विरोधी’ ताकतों का समर्थन न करने की चेतावनी दी गयी है. यादव के कार्यालय ने आज यहां बताया कि उन्होंने पत्र के बारे में केंद्रीय गृह मंत्रालय को सूचित कर दिया गया है.
राज्यसभा सदस्य यादव को यह पत्र डाक के जरिये उनके आवास पर हाल ही में भेजा गया. पत्र में उन्हें आगाह किया गया है कि वह बिहार सरकार तथा हिंदू हितों के खिलाफ न बोलें अन्यथा उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. इसमें कहा गया है कि उन्होंने ‘राष्ट्र विरोधी’ ताकतों का पक्ष लेकर बड़ी भूल की है.
यादव राजद तथा कांग्रेस के साथ हुए ‘महागठबंधन’ को छोड़ कर राजग से जुड़ने के पार्टी के फैसले के खिलाफ असंतोष जाहिर किया है.