मानवीय संवेदनाओं के साथ भद्दा मजाक साबित हुई रैली : रजनीश
पटना : भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री सह विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल के उप मुख्य सचेतक रजनीश कुमार ने कहा कि राजद की रैली बाढ़ से कराह रहे बिहार में मानवीय संवेदनाओं के साथ भद्दा मजाक बनकर रह गयी. लालू प्रसाद ने बिहार से बाहर के नेताओं को भी कराहते बिहारियों का मजाक बनाने के […]
पटना : भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री सह विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल के उप मुख्य सचेतक रजनीश कुमार ने कहा कि राजद की रैली बाढ़ से कराह रहे बिहार में मानवीय संवेदनाओं के साथ भद्दा मजाक बनकर रह गयी. लालू प्रसाद ने बिहार से बाहर के नेताओं को भी कराहते बिहारियों का मजाक बनाने के खेल में शामिल किया. प्रभावित क्षेत्रों की जनता राहत पैकेटों की राह तक रही है. देश के प्रधाननंत्री से लेकर राज्य की एनडीए सरकार और भाजपा के हरस्तर का कार्यकर्ता पीड़ितों का दुख-दर्द बांटने में लगा हुआ है, लेकिन लालू के बुलावे पर रैली में आये नेता पटना के शानदार होटलों में मजे करते रहे. राजद विधायकों के आवास पर राहत पैकेट बनाने के बदले रैली में आनेवालों की खातिरदारी के लिए पूड़ी, बुंदिया और लजीज व्यंजनों की व्यवस्था होती रही.
भाजपा ने जहां अपने सभी सांगठनिक कार्यक्रमों को रद कर दिया और विधायक-मंत्री घरों में जन्मदिन तक के समारोह स्थगित कर रहे हैं. वहीं, राजद सुप्रीमो के आवास से लेकर गांधी मैदान और गली-चौराहों पर बार-बालाओं के ठुमके लग रहे हैं. बिहार की जनता ने अपने साथ हुए ऐसे भद्दे मजाक का जवाब रैली को फ्लॉप कर दे दिया है. विपक्ष का रवैया ऐसा ही संवेदनहीन और गैर जिम्मेदराना रहा, तो राजद-कांग्रेस को आनेवाले दिनों में जनता फिर से वैसी ही स्थिति में ला खड़ा कर देगी, जैसा 2010 में किया था. रजनीश ने कहा कि राजद की रैली वस्तुतः विपक्ष की रैली थी.
भाजपा विरोध के नाम पर राजद, कांग्रेस, वाम दल सहित बंगाल, उत्तर प्रदेश और झारखंड के विरोधी राजनीतिक दलों ने भी पूरी ताकत झोंक दी. बीस राजनीतिक दलों की लाख कोशिशों के बावजूद विपक्ष अपने शक्ति का प्रदर्शन करने में नाकाम रहा. उन्होंने कहा कि दरअसल भ्रष्टाचार के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकार की मुहिम से लालू प्रसाद, ममता बनर्जी सहित कांग्रेस के नेता बुरी तरह घबरा गये हैं. सभी भ्रष्टाचारी एक मंच पर आकर मौकापरस्त गठबंधन बना एनडीए के खिलाफ खड़ा होना चाह रहा है. लेकिन, देश और प्रदेश की जनता सब जान-समझ रही है. इन भ्रष्टाचारियों के मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे.