पटना : राजद सुप्रीमो की ‘भाजपा भगाओ, देश बचाओ’ रैली को लेकर एनडीए के नेताओं ने तंज कसा. उन्होंने कहा कि सोनिया, राहुल, मायावती, केजरीवाल जैसे विपक्षी दलों के नेताओं ने मंच से दूरी बना ली थी. किसी ने कहा कि यह रैली भ्रष्टाचारियों की एकजुटता की रैली थी, तो किसी ने हताश कार्यकर्ताओं का सम्मेलन बताया.
रैली में ममता बनर्जी को छोड़ सभी पूर्व ही आये : सुशील मोदी
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर राजद की रैली पर तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि ममता बनर्जी को छोड़ कर सभी पूर्व ही आये हैं और पूर्व ही बने रहेंगे. सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मायावती, अरविंद केजरीवाल, वामदल कहां हैं. उन्होंने कहा कि लालू ने 25 लाख का दावा किया था. गरीब रैला का दसवां हिस्सा भी भीड़ नहीं जुट पायी. गांधी मैदान आधा भी नहीं भर पाया. मोदी ने ट्वीट कर कहा कि लालू के बेटे ने एक बार भी नहीं बताया कि 26 साल की उम्र में कैसे 26 बेनामी संपत्ति के मालिक बन गये. लालू परिवार देश का एकमात्र परिवार है, जिसकी दोनों पीढ़ी भ्रष्टाचार में डूबी है. चारा घोटाले में सजा के बाद भी सबक नहीं सिखा. लालू के बेटे को बताना चाहिए था कि रघुनाथ झा, कांति देवी सहित आधे दर्जन लोगों ने करोड़ों की संपत्ति उसे क्यों दान कर दी.
यह रैली नहीं हताश कार्यकर्ताओं का सम्मेलन था : नित्यानंद
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा है कि पटना के गांधी मैदान में आहूत अब तक की सभी रैलियों में लालू यादव की आज की रैली सबसे फ्लॉप रही है. यह राष्ट्रीय जनता दल के हताश कार्यकर्ताओं का सम्मेलन था, जिसे रैली का नाम देकर लालू प्रंसाद ने बहुप्रचारित किया था. वैसे सभी राजनीतिक दल जो अपने राज्यों में या फिर देश की राजनीति में हाशिये पर चले गये हैं, उनके नेताओं का वजूद बचाने के लिए जमावड़ा था. यह रैली बिहार में बाढ़ की प्राकृतिक आपदा से पीड़ित एवं त्रस्त जनता का उपहास और अपमान भी है.
रैली को जनता ने नकारा : अरुण सिन्हा
विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के उप मुख्य सचेतक अरुण कुमार सिन्हा ने कहा है कि राजद की अवैध संपत्ति बचाओ रैली को बिहार की जनता ने नकार दिया गया. रैली के नाम पर शक्ति प्रदर्शन कर रहे राजद नेताओं को बिहार की जनता ने मुंहतोड़ जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि जब बिहार की डेढ़ करोड़ से अधिक जनता बाढ़ की त्रासदी में फंसे हुए हैं. इस समय में लोगों की मदद करने की बजाय राजद के नेता रैली में मशगूल रहे. बिहार की जनता इनको आनेवाले समय में सटीक जवाब देने का काम करेगी.
राजद का नाम अब रंगीला जनता दल हो : डॉ अजय आलोक
जदयू के प्रदेश प्रवक्ता डॉ अजय आलोक ने कहा कि राजद का नाम ‘रंगीला जनता दल’ कर लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि 24 घंटो से चल रही राजनीतिक नौटंकी का समापन आज भारतीय राजनीति के सबसे बारे विदूषक लालू प्रसाद के हाथों संपन्न हुआ, जहां सत्ता खिसकने का असीम कष्ट पूरे लालू परिवार पर दिखा. एक ओर जहां शनिवार से पटना में नेताओं के घर बार बाला का अश्लील नृत्य चर्चा का विषय बना. वहीं, नकली पटाखे फोर उज्जड कार्यकर्ता आम लोगों से उलझते नजर आये. उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित क्षेत्र में बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश हुई और तो और किसी राजनीतिक दल के मंच से इतना भोंडा जाति प्रदर्शन कभी नहीं हुआ, जब एक पूर्व मंत्री अपने को अहिर बोल कर शंख भी फूंक लिये. यहां तक कि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मांझी जाति से गुहार लगाती हैं. शर्म आनी चाहिए ऐसे लोगों को. बिहार की जनता ऐसे लोगों और पार्टी को राजनीतिक जगह कभी नहीं देंगी.
एकजुट होने की कोशिश में भ्रष्टाचार में लिप्त लोग : नंदकिशोर
भाजपा नेता और राज्य के पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब से भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान शुरू की है, तब से भ्रष्टाचार में लिप्त लोग एकजुट होने की कोशिश में हैं. राजद की आज की रैली में ऐसे ही चेहरे दिखे जो भी नजर आयें, वे सब किसी न किसी घपला–घोटाले के आरोपित अथवा पक्षकार थे. उन्होंने कहा कि ‘लारा ग्रुप ऑफ कपप्शन कॉलेज’ में वही लोग एडमिशन लेने आ रहे हैं, जिन्हें इस विषय की शिक्षा ग्रहण करनी है कि कैसे बेनामी संपत्ति अर्जित की जा सकती है.
रैली में घोटालेबाजों का लगा जमावड़ा : मंगल
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राजद की रैली में मंच पर वही लोग विराजमान थे, जिन्होंने जनता की गाढ़ी कमाई को लूटा. लालू प्रसाद जैसे सजायाफ्ता की यह रैली भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के लिए हुई, जिसमें देश के नामी-गिरामी घोटालेबाज शामिल हुए. पटना के वेटनरी कॉलेज के चपरासी क्वॉर्टर से राजनीति की शुरुआत करनेवाले लालू प्रसाद बड़ी चालाकी से इस बात को छिपा गये कि उन्होंने हजारो-करोड़ रुपये की संपत्ति अब तक कैसे अर्जित की. उन्होंने कहा कि न ही तेजस्वी ने अपने ऊपर लगे घोटाले के आरोपों के बारे में कुछ कहा. उन्होंने कहा कि रैली के मंच पर भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे नेता दिखे तो चिटफंड घोटाले संरक्षिका व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी रहीं. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी नजरें चुराते मंच पर नजर आये. मंच के आसपास बहुचर्चित बालू घोटाला, चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला सहित कई अन्य घोटालों के जरिये सरकारी खजाना को लूटनेवाले चेहरे चमक रहे थे.
राजद की रैली को जनता ने नकार दिया : राजीव
जदयू के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा है कि बिहार की भीषण बाढ़ को भुला कर राजद की कथित देश बचाओ महारैली को बिहार की जनता ने नकार दिया. पटना के राजद कार्यकर्ताओं और दूसरे जिलों से गाड़ियों में लाद कर लाये गये लोगों के अलावा लालू परिवार की इस रैली में कोई विशेष जन भागीदारी नहीं होने से रैली टांय-टांय फिस्स हो गयी. रैली में अधिकतर विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं की अनुपस्थिति से लालू प्रसाद के कथित विपक्षी एकता के दावों की भी हवा निकल गयी. यह पूरी रैली लालू परिवार द्वारा गैरकानूनी तरीके से अर्जित की गयी संपत्ति को लेकर चल रही कानूनी जांच प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए ताकत दिखलाने की असफल कोशिश बनकर रह गयी.