15 दिनों में पटना जिले में 196 लोगों को सांप ने बनाया निशाना

पटना : जलजमाव की लंबी मार झेलने के साथ-साथ पटना बीमारियों के दलदल में भी धंसने को मजबूर हो गया है. खासकर लोगों को सांप की दहशत ज्यादा है. एकाएक पानी आ जाने के बाद सांप बाहर आ गये हैं और यह अपना निशाना लोगों को बना रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2017 8:00 AM
पटना : जलजमाव की लंबी मार झेलने के साथ-साथ पटना बीमारियों के दलदल में भी धंसने को मजबूर हो गया है. खासकर लोगों को सांप की दहशत ज्यादा है.
एकाएक पानी आ जाने के बाद सांप बाहर आ गये हैं और यह अपना निशाना लोगों को बना रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले 15 दिनों में पटना जिले में 196 लोगों को सांपों ने अपना निशाना बनाया है.
सर्पदंश की बढ़ती घटनाएं व इससे परेशान गंगा किनारे के लोग रात को निकला बंद कर दिये हैं. इसके अलावा लोगों को जलजमाव के बाद इंफेलाइटिस, सिर दर्द, मानसिक तनाव, बुखार, उलटी आदि बीमारियों ने जकड़ लिया गया है.
दावे बहुत, उपाय जीरो
जानकारों का कहना है कि जलजमाव के कारण बिलों में पानी भरने से सांप बाहर निकल आये हैं. सांप के काटने की ज्यादातर घटनाएं गांव व गंगा नदी के किनारे रहनेवाले लोगों के साथ हो रही है. सांप काटने के बाद बचाने के दावे स्वास्थ्य विभाग कागजों पर बहुत कर रहा है. लेकिन, हकीकत इससे बिल्कुल अलग है. सांप काटने के बाद लोग या तो उसे मारते हैं या फिर सपेरा को बुलाते हैं. लेकिन, प्रशासन की ओर से उपाय जीरो के बराबर है.
23 हजार लोग बीमार
जलजमाव से पिछले 15 दिनों में 23,000 लोग अलग-अलग बीमारियों के चलते बीमार हुए हैं. इनमें सबसे अधिक लोग उलटी, बुखार, सांप काटने, डेंगू और सिर में दर्द के हैं. शहर के पीएमसीएच के ओपीडी, बच्चा वार्ड के अलावा पटना जिले के सभी पीएचसी में बारिश से 20 %मरीजों में बढ़ोतरी हुई है. इलाज कर रहे डॉक्टरों की मानें, तो जलजमाव व बारिश के बाद ज्यादातर इलाकों में दूषित पेयजल की आपूर्ति हुई हैं, नतीजन कई प्रकार की बीमारियां फैल रही हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी
प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्रों पर सांप काटने की दवाएं उपलब्ध करा दी गयी हैं. कई मरीजों को दवा व वैक्सीन दिये जा रहे हैं. लेकिन, इस समस्या को लेकर लोगों को जागरूक होना पड़ेगा. साथ ही झाड़ फूंक छोड़ डॉक्टर से इलाज करना चाहिए. रही बात दूसरी बीमारी की, तो इसके लिए डॉक्टरों की टीम बनायी गयी है और टीम अनुमंडल व प्रभावित इलाकों में भेजी जा रही है. जरूरत की दवाएं उपलब्ध करा दी गयी हैं.
डॉ गिनेंद्र शेखर सिंह, सिविल सर्जन

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