ब्यूरो @ नयी दिल्ली
जदयू शरद यादव की सदस्यता को रद्द करने की मांग राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू से जल्द ही करेगा. बताया जा रहा है कि शरद यादव के अब तक की पार्टी विरोधी गतिविधियों की पूरी लिस्ट तैयार करायी जा रही है. जिस तरह से शरद यादव ने जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल न होकर उसके समानांतर रैली की तथा राजद की रैली में शामिल हुए, यह आधार उनके सदस्यता गंवाने के लिए पर्याप्त है. जिस मंच पर शरद यादव बैठे थे, उसी मंच से जदयू और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ अर्नगल बातें बोली जा रही थीं.
जावेद रजा ने केसी त्यागी को पत्र लिखकर दिया जबाव
हालांकि शरद गुट भी इस मामले में आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है. जदयू महासचिव केसी त्यागी द्वारा शरद यादव को लिखे पत्र में पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल होने का आरोप लगाया था. सोमवार को उसके जवाब में शरद खेमे के जावेद रजा ने त्यागी द्वारा लगाये आरोप को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा स्वेच्छा से जदयू की सदस्यता छोड़ देने की बात कही है. पार्टी महासचिव केसी त्यागी को भेजे पत्र में जावेद रजा ने कहा है कि 20-21 दिसंबर 2015 को हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए एजेंडे पर मुहर लगी थी. पार्टी और महागठबंधन के घोषणापत्र में भी भाजपा को रोकने की बात कही गयी थी. उसी को शरद यादव आगे बढा रहे हैं. इसे देखते हुए चुनाव आयोग से हमने पार्टी का चुनाव चिन्ह देने की मांग की है. जहां तक राजद की रैली में शरद यादव के शामिल होने की बात है, तो उस रैली में कई दल के नेता शामिल हुए और इसमें उन्होंने जदयू के खिलाफ कुछ नहीं कहा है. ऐसे में शरद यादव के स्वेच्छा से पार्टी की सदस्यता छोड़ने की बात राजनीतिक बयानबाजी है.