वेतन के लिए आगजनी, सड़क जाम
हंगामा. सफाईकर्मियों का फूटा गुस्सा, तीन घंटे तक किया प्रदर्शन पटना : अस्थायी सफाई कर्मियों को दो माह व स्थायी कर्मियों को तीन माह से वेतन भुगतान नहीं होने के कारण सोमवार को कर्मियों का गुस्सा फुट पड़ा. पटना नगर निगम चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी संघ के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में सफाई कर्मियों ने […]
हंगामा. सफाईकर्मियों का फूटा गुस्सा, तीन घंटे तक किया प्रदर्शन
पटना : अस्थायी सफाई कर्मियों को दो माह व स्थायी कर्मियों को तीन माह से वेतन भुगतान नहीं होने के कारण सोमवार को कर्मियों का गुस्सा फुट पड़ा. पटना नगर निगम चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी संघ के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में सफाई कर्मियों ने मौर्यालोक में टायर व लकड़ी जला कर आगजनी की. नगर निगम व नगर आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी की. इसके साथ ही वेतन भुगतान करने की मांग की. हंगामा को बढ़ते देख कोतवाली पुलिस के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया. इसके बाद सफाई कर्मियों व पुलिस के बीच झड़प हो गयी. इस दौरान एक सफाई कर्मी का सर फुट गया. इसके बाद फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां बुलानी पड़ी.
लगभग एक घंटा तक नारेबाजी करने के बाद सफाई कर्मियों का दल उप नगर आयुक्त सफाई विशाल आनंद के साथ वार्ता करने गया. इस दौरान आठ बजे तक मौर्यालोक में कर्मी बने रहे. बाद में निगम अधिकारियों व सफाई कर्मियों के बीच सहमति नहीं बनने के बाद भीड़ लौट गयी. कर्मचारी संघ के नेता ने बताया कि मंगलवार को मुख्यमंत्री व नगर विकास के मंत्री को वेतन नहीं देने व मजदूरों की बात नहीं सुनने की लिखित सूचना दी जायेगी. इसके बाद बुधवार से हड़तालकर दिया जायेगा.
कर्मियों की आने की सूचना पाकर पहले ही निकल गये नगर आयुक्त : मौर्या लोक में प्रदर्शन करने की सूचना नगर आयुक्त को पहले ही लग गयी थी. जैसे ही कर्मियों के आने का समय हुआ लगभग शाम को पांच बजे नगर आयुक्त अभिषेक सिंह मौर्यालोक निगम मुख्यालय से निकल गये. प्रदर्शन करने आये कर्मियों ने नगर आयुक्त पर आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार प्रयास करने के बावजूद नगर आयुक्त सफाई कर्मियों ने बात नहीं करते व वेतन का भुगतान नहीं किया जाता. अब मजबूरन हम लोगों को हड़ताल व प्रदर्शन करना पड़ रहा है.
निगम पदाधिकारी विशाल आनंद ने बताया कि सफाई कर्मियों के प्रतिनिधि मंडल को दिन में साढ़े तीन बजे ही बुलाया गया था, लेकिन वो नहीं आये. अचानक साढ़े पांच बने प्रदर्शन होने लगा. प्रदर्शन के बाद उनका पांच सदस्यीय टीम आया था.
हम लोगों ने इनकी मुलाकात अपर नगर आयुक्त स्थापना से करवा दिया. अस्थायी कर्मियों का जुलाई माह तक वेतन भुगतान हो चुका है, जबकि स्थायी कर्मियों का वेतन जुलाई तक का बकाया है. जो बुधवार तक भेज दिया जायेगा. उन्होंने वार्ता के लिए डिप्टी मेयर व मेयर के साथ रहने का अनुरोध किया.
इन मांगों को लेकर प्रदर्शन
वेतन में सातवां वेतनमान जारी करने का आदेश.
वर्दी की आपूर्ति.
स्वास्थ्य सुरक्षा उपकरण.
परिचय कार्ड जारी करें.
कुशल व अकुशल मजदूर का भुगतान करने की मांग.
अधिकांश मांगें हो चुकी हैं पूरी
सफाई कर्मियों की अधिकांश मांगें पूरी हो चुकी हैं. समय पर वेतन भुगतान किया जा रहा है. 40-50 लोग एक संगठन बनाकर सफाई व्यवस्था को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं. जब वार्ता के लिए बुलाया जाता है तो समय पर नहीं आते. बाद में आगजनी होती है. इसको बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. बांकीपुर व कंकड़बाग अंचल में ट्रैक्टरों के हड़ताल को दो तीन दिनों में ठीक कर लिया जायेगा. कई त्योहार आ रहे हैं. हम लोगों को सफाई के बेहतर इंतजाम करने हैं.
अभिषेक सिंह, नगर आयुक्त
पटना : डोर-टू-डोर कचरा उठाव में लगे सफाई कर्मियों के वेतन भुगतान नहीं होने के कारण सोमवार को सफाई कर्मियों ने जम कर प्रदर्शन किया. सैकड़ों की संख्या में सफाई मजदूरों ने काम ठप कर वार्ड 35 के साईं मंदिर के पास नारेबाजी की. इस दौरान सफाई कर्मी अपने वेतन भुगतान की मांग कर रहे थे. कंकड़बाग अंचल के लगभग 250 मजदूरों का वेतन कई महीनों से बकाया है. कर्मियों का कहना था कि बांकीपुर अंचल में सफाई कर्मियों का वेतन दिया जा रहा है.
जबकि कंकड़बाग अंचल के कर्मियों को पैसा नहीं दिया जा रहा. वहीं निशिका एजेंसी के संजय कुमार ने बताया कि एक दो दिनों में सभी कर्मियों का वेतन भुगतान कर दिया जायेगा.
इधर, ट्रैक्टर चालकों की जारी है हड़ताल : बांकीपुर अंचल व कंकड़बाग अंचल में सफाई कार्य में लगे लगभग ट्रैक्टर चालकों का हड़ताल जारी है. ट्रैक्टर चालक संघ लगभग एक सप्ताह से कचरा का उठाव नहीं कर रहा है.
इस दौरान दोनों अंचलों में कई जगहों पर कचरे का अंबार लगा हुआ है. लगभग 60 ट्रैक्टर चालक कचरे का उठाव नहीं कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ निगम पदाधिकारी भी हड़ताल को लेकर कोई विशेष पहल नहीं कर रहे हैं.