बेनामी संपत्ति मामला : जब आयकर की टीम ने राबड़ी-तेजस्वी को नाश्ता कराया और दागे थे ये सवाल….
पटना : बेनामी संपत्ति मामले में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार के दो सदस्यों से आयकर विभाग ने मंगलवार को गहन पूछताछ की. सुबह 11 बजे से शुरू हुई पूछताछ शाम 6:30 बजे तक चली. एक-एक प्लॉट और फ्लैट के बारे में जानकारी ली गयी. हालांकि, इस मामले में लालू प्रसाद स्वयं भी मुख्य […]
पटना : बेनामी संपत्ति मामले में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार के दो सदस्यों से आयकर विभाग ने मंगलवार को गहन पूछताछ की. सुबह 11 बजे से शुरू हुई पूछताछ शाम 6:30 बजे तक चली. एक-एक प्लॉट और फ्लैट के बारे में जानकारी ली गयी. हालांकि, इस मामले में लालू प्रसाद स्वयं भी मुख्य अभियुक्त हैं, लेकिन फिलहाल पूछताछ सिर्फ पत्नी राबड़ी देवी और पूर्व डिप्टी सीएम रहे छोटे पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव से हुई है. इनके खिलाफ पद का दुरुपयोग कर करोड़ों की अवैध संपत्ति जमा करने के मामले में सीबीआइ एफआइआर दर्ज कर चुकी है.
इसी क्रम में बेनामी संपत्ति से संबंधित मामले में आयकर विभाग अपने स्तर पर जांच कर रहा है. आयकर की जांच में इनके परिवार के अन्य सदस्यों के नाम भी बेनामी संपत्ति के मामले में सामने आये हैं. इस मामले में 19 अगस्त को लालू परिवार को आयकर ने पहला नोटिस जारी किया था. इसके बाद राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए नयी दिल्ली बुलाया गया था. लेकिन, दोनों बार ये नहीं गये और उन्होंने वहां जाने में कई निजी कारणों से असमर्थता जतायी.
इसके बाद आयकर विभाग, नयी दिल्ली की टीम ने पटना आकर ही पूछताछ करने का फैसला किया. इससे पहले भी टीम पटना आयी थी, लेकिन सिर्फ मुआयना करके चली गयी. इस बार राबड़ी और तेजस्वी को नोटिस करके बुलाया गया था. नयी दिल्ली में आयकर उपायुक्त शैलेंद्र कुमार के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम के साथ पटना के अधिकारी भी इस पूछताछ में शामिल थे. इन्होंने पटना में मौजूद लालू परिवार की तमाम बेनामी या अवैध संपत्ति के बारे में एक-एक करके जानकारी ली. संपत्ति जमा करने से लेकर इसके दूसरे लोगों के नाम पर खरीदने तक की जानकारी ली गयी.
पूछताछ के दौरान नाश्ता कराया
लंबी पूछताछ के दौरान राबड़ी व तेजस्वी को चाय व बढ़िया नाश्ता भी परोसा गया. यह अलग बात है कि उन्होंने थोड़ा-बहुत ही खाया. हां, चाय कई बार ली.
मां-बेटे से अलग-अलग पूछताछ
आयकर की विशेष टीम ने राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव से सभी पहलुओं पर साढ़े सात घंटे तक पूछताछ की. इस दौरान बाद में राबड़ी देवी की बड़ी बेटी सांसद मीसा भारती भी पहुंचीं, लेकिन उनसे किसी तरह की कोई पूछताछ नहीं की गयी. वह सिर्फ मां को ढाढ़स बंधाने के लिए मौजूद थीं. हालांकि, पूछताछ के दौरान उन्हें बाहर बैठा दियागया.
मां और बेटे से अलग-अलग पूछताछ हुई और दोनों से करीब सामान समय तक और तकरीबन एक तरह के ही प्रश्न पूछे गये. इनमें अधिकतर का उत्तर देने से राबड़ी देवी बचती दिखीं या उन्होंने गोल-मटोल जवाब दिया. मां और बेटे दोनों के चेहरे पर तनाव और परेशानी साफ तौर पर दिख रही थी.
पूछे ये प्रश्न
राबड़ी से …
– मॉल का इतना बड़ा प्लॉट कब और कैसे खरीदा आपके परिवार ने?
– जमीन के दर्जनों प्लॉट और फ्लैट के खरीदने के लिए पैसे का स्रोत क्या है?
– लालू ने कहां से पैसे लाये थे? क्या उन्हें कोचर बंधु ने जो घूस दी थी, उससे ही खरीदी गयी है?
तेजस्वी से …
– बालिग होने पर डिलाइट कंपनी का नाम व मालिकाना हक बदलते हुए ‘लारा प्रा. लि.’ कर दिया गया, जिसमें वह मां के साथ निदेशक हैं. इसी कंपनी के नाम पर मॉल बन रहा है. इसके लिए पैसे कहां से आये, किन-किन ने इसमें निवेश किया है?