राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनेगी अलग पहचान
मीठापुर कृषि जाेन में बने सभी संस्थानों का मामला प्रमंडलीय आयुक्त ने की समीक्षा बैठक पटना : मीठापुर कृषि जाेन में बने सभी संस्थानों की पहचान राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी. इसे एजुकेशनल हब के रूप में विकसित किया जायेगा. सभी संस्थानों के लिए आवंटित भूमि के अलावा लगभग 9.5 एकड़ जमीन में भवन […]
मीठापुर कृषि जाेन में बने सभी संस्थानों का मामला
प्रमंडलीय आयुक्त ने की समीक्षा बैठक
पटना : मीठापुर कृषि जाेन में बने सभी संस्थानों की पहचान राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी. इसे एजुकेशनल हब के रूप में विकसित किया जायेगा. सभी संस्थानों के लिए आवंटित भूमि के अलावा लगभग 9.5 एकड़ जमीन में भवन निर्माण किया जायेगा, जिसमें कॉमन ऑडिटोरियम, इंडोर स्पोटर्स हॉल, बास्केट बॉल कोर्ट, टेनिस कोर्ट बनाये जायेंगे.
ये बातें मंगलवार को प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने कहीं. वे अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मीठापुर कृषि जोन में चाणक्य राष्ट्रीय विधि विवि, आर्यभट ज्ञान विश्वविद्यालय, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, मौलाना मजहरूल हक अरबी व फारसी विश्वविद्यालय, चंद्रगुप्त प्रबंध संस्थान और इंदिरा गांधी खुला विश्वविद्यालय का रिजनल सेंटर संस्थापित किया गया है. लेकिन, मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण छात्र-छात्राओं को जलजमाव से भी परेशानी होती है.
इसलिए कृषि जोन में बने सभी इंस्टीट्यूट को सामान्य सुविधा, हरा-भरा क्षेत्र, बेहतर सड़क बनवायी जायेगी. मीठापुर कृषि क्षेत्र में प्रस्तावित सभी सामान्य सुविधाओं के प्रबंधन के लिए एक उप समिति गठित की गयी, जिसमें कुल सचिव (चाणक्य राष्ट्रीय विधि विवि), कुल सचिव (आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय), प्राचार्य (नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी), कुल सचिव (मौलाना मजहरूल हक अरबी व फारसी विश्वविद्यालय), चन्द्रगुप्त प्रबंध संस्थान के वरीय प्रशासनिक पदाधिकारी तथा इंदिरा गांधी खुला विश्वविद्यालय के रिजनल डायरेक्टर को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है.