अब बिहार के कैदियों की आधार नंबर से होगी पहचान
पटना : केंद्रीय कारा बेऊर सहित जिला के सभी कारा में कैदियों से आधार नंबर लिया जायेगा, ताकि आधार नंबर की इंट्री से कैदियों की सटीक पहचान सुनिश्चित हो सके. आधार नंबर यूनिक होता है और अगर कैदी चाहे भी तो अपना नाम बदल कर या गलत आधार नंबर बता कर भी अपनी पहचान नहीं […]
पटना : केंद्रीय कारा बेऊर सहित जिला के सभी कारा में कैदियों से आधार नंबर लिया जायेगा, ताकि आधार नंबर की इंट्री से कैदियों की सटीक पहचान सुनिश्चित हो सके. आधार नंबर यूनिक होता है और अगर कैदी चाहे भी तो अपना नाम बदल कर या गलत आधार नंबर बता कर भी अपनी पहचान नहीं छुपा सकता है. जेल परिसर में कार्ड बनाने की
मशीन के साथ-साथ आधार आईडिफिकेशन मशीन भी लगायी गयी है. कई बार ऐसी घटनाएं प्रकाश में आती हैं, जब अपराधी एक थाना क्षेत्र में अपराध करने के उपरांत किसी अन्य थाना से एनओसी प्राप्त कर लेते हैं. कैदियों के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता के उपरांत किसी भी अपराधी के लिए एक थाना में अपराध कर दूसरे थाना से एनओसी प्राप्त करना संभव नहीं होगा.
जेल में आपत्तिजनक सामान मिलने पर कारा कर्मी जिम्मेदार केंद्रीय कारा बेऊर के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण नियमित किया जाये और जेल के अंदर मोबाइल अथवा अन्य किसी तरह का आपत्तिजनक समान मिलने पर कारा कर्मी पर कार्रवाई होगी. काराधीक्षक सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से कैदियों पर निगरानी रखें.
न्यायालय में पेशी के बाद जेल लौटनेवाले बंदियों की सघन जांच की जाये और अगर किसी कैदी के पास से कुछ भी ऐसा सामान मिले, जिसे जेल में लेकर जाना प्रतिबंधित हो, तो उस कैदी को न्यायालय तक ले जाने वाले पुलिस बल पर सख्त कार्रवाई की जायेगी.