पटना : बेनामी संपत्ति के मामले में लालू परिवार की मुश्किलें और बढ़ने की संभावना जतायी जा रही है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्यों से पटना में पूछताछ के बाद आयकर विभाग की टीम नयी दिल्ली लौट गयी है. आयकर विभाग ने नयी दिल्ली स्थित लालू परिवार की संपत्ति की जांच के बाद अब पटना स्थित उनकी करीब एक दर्जन संपत्ति की जांच शुरू कर दी है. संपत्तिकाआकलन पूरा होने के बाद लालू परिवार के सदस्यों से आयकर विभागद्वारा एक बार फिर से पूछताछ की जा सकती है.
बताया जाता है कि पटना में लालू के पुत्र एवं पूर्व मंत्री तेजस्वी यादव व पूर्व सीएम राबड़ी देवीसेपूछताछमें जो जवाबमिला, उससे आयकर की टीम संतुष्ट नहीं हुई, तो उनसे दोबारा पूछताछ की जा सकती है. फिलहाल इनदोनों से जो जवाबमिले हैं, उसका कागजों के साथ मिलान किया जा रहा है. प्रावधानों के मुताबिक जिन संपत्तियों को लेकर आयकर ने सवाल किये हैं, उन्हें 90 दिनों के बाद अटैच कर सकती है. इनमें तीन-चार संपत्ति की जांच पूरी हो गयी बतायी जारही है. सभी संपत्ति की जांच पूरी होने के बाद आयकर विभाग द्वारा लालू परिवार के सदस्यों को एक बार फिर पूछताछ के लिए अगले माह समन भेजे जाने की संभावना है.
लालू के नौकर से भी अायकर विभाग ने की थी पूछताछ
वहीं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आयकर विभाग ने लालू प्रसाद के घरेलू नौकर ललन चौधरी से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को दान में दी गयी जमीन से संबंधित मामले में पूछताछ की थी. पटना स्थित दानापुर धन्नौत में ललन चौधरी ने 7.5 डिसमिल जमीन राजद प्रमुख की पुत्री हेमा यादव को फरवरी 2014 में दान दी है. जिसे ललन ने एक किसान से 62 लाख रुपये में खरीदी थी.बताया जाता है कि इसको लेकर पूछताछमें ललन के जवाब से आयकर संतुष्ट नहीं हुई. आयकर अधिकारियों के अनुसार ललन की ऐसी आय नहीं है कि वह इतनी कीमती जमीन खरीद सके. ललन ने पूछताछ में कहा कि वह राबड़ी देवी को बहन मानता है.