सृजन घोटाला : सीबीआई टीम ने इशाकचक थानेदार को बतायी गलती, पूछा- कहां रहते हैं आप, जाने क्यों ?
भागलपुर :एएसपी एस मलिक के नेतृत्व में सीबीआइ अधिकारियों की टीम जिलाधिकारी से मिलने के बाद इशाकचक थाना पहुंची. सीबीआइ अधिकारियों सृजन मामले में दर्ज की गयी प्राथमिकी और जब्ती सूची को खंगाला. अधिकारियों ने इशाकचक इंस्पेक्टर और सृजन मामले में दर्ज हुई शुरुआती प्राथमिकी के आइओ राम इकबाल यादव को जब्ती सूची में एक […]
भागलपुर :एएसपी एस मलिक के नेतृत्व में सीबीआइ अधिकारियों की टीम जिलाधिकारी से मिलने के बाद इशाकचक थाना पहुंची. सीबीआइ अधिकारियों सृजन मामले में दर्ज की गयी प्राथमिकी और जब्ती सूची को खंगाला. अधिकारियों ने इशाकचक इंस्पेक्टर और सृजन मामले में दर्ज हुई शुरुआती प्राथमिकी के आइओ राम इकबाल यादव को जब्ती सूची में एक जगह गलती भी बतायी. अधिकारी ने उन्हें उसे सही करने के लिए कहा. इसके बाद सीबीआइ अधिकारी ने इंस्पेक्टर से पूछा कि वे कहां रहते हैं. इंस्पेक्टर ने बताया कि वह थाना परिसर में ही रहते हैं. इंस्पेक्टर से जरूरत पड़ने पर उपलब्ध रहने के लिए कहा गया है. इशाकचक थाना से निकलने के बाद सीबीआइ अधिकारी एसएसपी आवास पहुंचे. वहां एसएसपी से कैंप कार्यालय और आवास के लिए जगह के बारे में बात करने के बाद वे सबौर स्थित गेस्ट हाउस पहुंच गये.
भागलपुर में बेस कैंप कार्यालय बनाना चाहती है सीबीआइ की टीम
इससे पहले सृजन घोटाले की जांच करने आयी सीबीआइ की टीम भागलपुर में बेस कैंप कार्यालय बनाना चाहती है. हालांकि, सृजन घोटाले की सुनवाई पटना स्थित सीबीआइ की विशेष अदालत में होगी. सीबीआई टीम के सदस्य गुरुवार को भागलपुर के जिलाधिकारी से भी मुलाकात कर बेस कैंप कार्यालय को लेकर जगह देने की बात की. इस बेस कैंप कार्यालय से ही सीबीआई की टीम जांच संबंधी अपनी गतिविधि संचालित करेगी. साथ ही सृजन घोटाले से संबंधित कई जानकारियां हासिल की.करीब आधे घंटे से अधिक समय तक भागलपुर के जिलाधिकारी आदेश तितरमारे से मुलाकात करने के बाद सीबीआइ टीम के सदस्य इशाकचक थाना गये.
पुलिस अधिकारी की मांग पर एसएसपी ने मुख्यालय को लिखा पत्र
सीबीआइ अधिकारियों द्वारा इधर-उधर जाने-आने और सहयोग के लिए पुलिस की टीम की मांग की गयी है. उनके द्वारा पुलिस अधिकारियों की मांग को लेकर एसएसपी मनोज कुमार ने पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा है. उन्होंने मुख्यालय से पुलिस अधिकारी उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. फिलहाल सीबीआइ की टीम को पुलिस की सुरक्षा उपलब्ध करायी गयी है. सीबीआइ अधिकारियों के लिए कैंप कार्यालय और आवास की सुरक्षा को लेकर पुलिस मुख्यालय ने जिलों के अधिकारियों को पत्र लिखा है. पुलिस महानिरीक्षक के सहायक (क्यू) ने अधिकारियों को पत्र लिखा है.
इंडियन बैंक ने को-ऑपरेटिव बैंक व नजारत शाखा से घोटाले की राशि का मांगा हिसाब
इधर, महालेखाकार व वित्त विभाग की विशेष अंकेक्षण टीम द्वारा घोटाले से जुड़े विभागों की ऑडिट जारी है. ऑडिट के हफ्ता भर से अधिक तक चलने की संभावना है. अवैध निकासी को लेकर इंडियन बैंक ने द भागलपुर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक व नजारत शाखा को पत्र लिखा है. इस पत्र में दोनों विभागों से अवैध निकासी की कुल राशि का ब्योरा मांगा है. जिलाधिकारी आदेश तितरमारे ने सृजन महिला विकास सहयोग समिति के सभी पदधारकों के बारे में लीड बैंक मैनेजर को निर्देश दिया कि विभन्नि बैंकों में सृजन समिति के सदस्यों का ब्योरा एकत्र करें.
बांका सृजन घोटाले की जांच में जुटी सीबीआइ
बांका में सृजन घोटाले की जांच सीबीआइ ने अपने हाथ में ले लिया है. जानकारी के मुताबिक, विगत 20 अगस्त को 83.10 करोड़ घोटाले को लेकर दर्ज प्राथमिकी की जांच सीबीआइ ने शुरू कर दी है. सूत्र की मानें तो एसआइटी ने पूरी जांच रिपोर्ट सीबीआइ को सुपुर्द कर दी है. वहीं दूसरी प्राथमिकी की जांच अबतक पुलिस प्रशासन के पास ही है. बताया जाता है कि सीबीआइ जांच रिपोर्ट का अध्ययन कर बांका का रुख भी कर सकती है. इस दरम्यान भू-अर्जन कार्यालय के साथ ही सहकारिता बैंक को भी खंगाला जा सकता है.