कालाधन सफेद करने का काम करते हैं सुशील मोदी, भाइयों के अवैध कारोबार में भी है हिस्सेदारी : राजद
पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बेटे व विधानसभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेन्स आयोजित कर उपमुख्यमंत्री सुशील पर कालाधन सफेद करने का आरोप लगाया. तेजस्वी यादव के आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेन्स में पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह भी साथ थे. तेजस्वी यादव ने सुशील […]
पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बेटे व विधानसभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेन्स आयोजित कर उपमुख्यमंत्री सुशील पर कालाधन सफेद करने का आरोप लगाया. तेजस्वी यादव के आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेन्स में पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह भी साथ थे. तेजस्वी यादव ने सुशील मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि 12 वर्षों में हजारों करोड़ की संपत्ति के मालिक कैसे बन गये? उन्होंने केंद्र सरकार पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे परिवार पर जांच बैठा दी गयी, जबकि राजद प्रवक्ता मनोज कुमार झा द्वारा लगातार खुलासे करते रहने और सबूत दिये जाने के बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही है.
वहीं, राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह ने सुशील मोदी पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए कहा कि वह अपने भाई को भाई तक नहीं मानते हैं और पावर ऑफ एटर्नी आरके मोदी और उनके पुत्रों को ही देते हैं. सच यह है कि 2005-06 में सुशील मोदी बिहार के जब उप मुख्यमंत्री थे, तब दिल्ली में उसी कंपनी के जरिये फ्लैट खरीदा, जिसे उनके बड़े भाई आरके मोदी चलाते हैं. सुशील मोदी भी अपने भाई के कारोबार में हिस्सेदार हैं. आरके मोदी पर लगाये गये आरोपों पर सुशील मोदी कहते हैं कि वह रिश्तेदार हैं. मोदी ने कभी खुलासा नहीं किया कि आशियाना होम्स के शेयर होल्डर आरके मोदी हैं. हमारे पास जो दस्तावेज हैं, वह साबित करते हैं कि सुशील मोदी के भाइयों के अवैध कारोबार में उनकी हिस्सेदारी हैं.
सुशील कुमार मोदी वर्ष 2006 में अपने भाई आरके मोदी की कंपनी साकेत एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड से दिल्ली एनसीआर के वैशाली-साहिबाबाद में 14 लाख 49 हजार में फ्लैट खरीदा. उन्होंने अपने भाई आरके मोदी को पावर ऑफ अटॉर्नी देकर फ्लैट खरीदा. इसमें यह उल्लेख नहीं है कि फ्लैट की लागत की 14 लाख 49 हजार की राशि और एक लाख 49 हजार की स्टांप ड्यूटी का भुगतान कैसे किया गया. अगर नकद किया गया, तो क्यों और किसके द्वारा. इसके बाद सुशील मोदी ने यह फ्लैट अगले ही वर्ष 2015 में नितिन गुप्ता को 85 लाख में बेच दिया. बिक्री की पूरी राशि चेक से ली गयी. खरीद के समय भुगतान का जिक्र करना मोदी जी भूल गये, जबकि बिक्री के समय भुगतान का जिक्र करना नहीं भूले.
सुशील मोदी अपने बड़े भाई की होल्डिंग कंपनी आशियाना होम्स प्राइवेट लिमिटेड से वर्ष 2010 को गौतमबुद्ध नगर जिले के दादरी में आशियाना उपवन ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट में दसवीं मंजिल पर 36 लाख 70 हजार में फ्लैट खरीदा. यह फ्लैट भी अपने भाई और उनके बेटे को पावर ऑफ एटर्नी देकर खरीदी गयी. आशियाना होम्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से उसके प्राधिकृत व्यक्ति द्वारा हस्ताक्षर किया गया. इस कंपनी के प्रमुख शेयर होल्डर आरके मोदी का परिवार ही है.
सुशील कुमार मोदी का अपने भाई की कंपनी में मात्र तीन लेन-देन का खुलासा हुआ है. क्या मोदी बतायेंगे कि उन्हें और उनकी पत्नी को वैशाली और दादरी में फ्लैट लिखवाने के लिए अपने भाई की ही कंपनियां मिली थी कोई और कंपनी क्यों नहीं मिली. पूरे देश में पावर आफ एटर्नी भी उन्होंने अपने बड़े भाई और उनके दोनों पुत्रों को क्यों दिया, कोई और आदमी उन्हें क्यों नहीं मिला. जो व्यक्ति साइकिल पर कपड़ा बेचता था, वह आज करोड़ों की संपत्ति का मालिक कैसे बन गया?