पुनपुन घाट पर पसरी है गंदगी, कैसे होगा पिंडदान
सोमवार से अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेला शुरू होनेवाला है़ सरकार द्वारा इसके लिए 29 लाख रुपये का आवंटन किया गया है, लेकिन जिला व स्थानीय प्रशासन इसके प्रति उतना गंभीर नहीं दिख रहा है . तैयारी के नाम पर पुनपुन घाट स्थित मेला स्थल पर एक पंडाल का निर्माण जरूर कराया जा रहा है, लेकिन पुनपुन […]
सोमवार से अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेला शुरू होनेवाला है़ सरकार द्वारा इसके लिए 29 लाख रुपये का आवंटन किया गया है, लेकिन जिला व स्थानीय प्रशासन इसके प्रति उतना गंभीर नहीं दिख रहा है .
तैयारी के नाम पर पुनपुन घाट स्थित मेला स्थल पर एक पंडाल का निर्माण जरूर कराया जा रहा है, लेकिन पुनपुन घाट समेत घाट स्टेशन से मेला स्थल की ओर आनेवाले संपर्क पथ, स्टेशन के नीचे का भाग एवं पुनपुन बाजार, एनएच -83 से मेला तक आनेवाले तमाम पथों पर पसरी गंदगी को अभी तक हटायी नहीं जा सकी है. इस संबंध में अंचलाधिकारी अंजनी कुमार सिन्हा से जब पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि अभी मेला शुरू होने में समय है सब ठीक हो जायेगा.
बीते 11 अगस्त को पटना में मुख्य सचिव ने पितृपक्ष मेले को लेकर पटना व गया प्रशासन के साथ समीक्षा बैठक की थी .बैठक में पितृपक्ष मेले की महत्ता को देखते हुए ऐसे तो उनके द्वारा कई दिशा निर्देश दिये थे, पर उसमें सबसे अहम निर्देश दिया था कि इस बार गया व पुनपुन पितृपक्ष मेले की साफ-सफाई बीते दिनों संपन्न प्रकाश पर्व के तर्ज पर हो. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है़ स्थानीय लोगों ने बताया कि दो दिनों में इतनी गंदगी साफ नहीं हो सकती है.
इस परिस्थिति लोग कैसे पिंडदान कर सकेंगे. इधर,पुनपुन स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का अपना कोई एंबुलेंस नहीं है. एंबुलेंस की हालांकि बार-बार मांग यहां से की जाती रही है. पितृपक्ष मेले को देखते हुए सिविल सर्जन ने एंबुलेंस की मांग राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक से पिछले दिनों की थी, पर अब तक एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो सका है.