बिहार कांग्रेस के विधायकों से मिले राहुल, राजनीतिक हालात पर चर्चा के बाद दिया यह टास्क

पटना / नयी दिल्ली: बिहार कांग्रेस में टूट की अटकलों के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी नेबुधवार राज्य के विधायकों से मुलाकात की और राज्य के राजनीतिक हालात पर चर्चा की. बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह नयी दिल्ली में राहुल से मिलने के लिए आने वाले पार्टी विधायकों के साथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2017 9:02 PM

पटना / नयी दिल्ली: बिहार कांग्रेस में टूट की अटकलों के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी नेबुधवार राज्य के विधायकों से मुलाकात की और राज्य के राजनीतिक हालात पर चर्चा की. बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह नयी दिल्ली में राहुल से मिलने के लिए आने वाले पार्टी विधायकों के साथ नहीं आये. फोन से संपर्क करने पर उन्होंने अपने दिल्ली नहीं आने के बारे में कहा कि वह कुछ पूर्व व्यस्तताओं के कारण बैठक में शामिल नहीं हुए. पर वे पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर बिहार में राजनीतिक हालात और महागठबंधन जदयू राजद कांग्रेस के बिखराव के बाद पार्टी विधायकों की भावना से अवगत करा चुके हैं.

राहुल की बिहार के पार्टी विधायकों के साथ हुई इस बैठक में पार्टी महासचिव और राज्य के प्रभारी डॉ. सी पी जोशी भी मौजूद थे. जोशी ने को बताया कि बिहार के पार्टी विधायकों के साथ राहुल गांधी ने आज भी मुलाकात की. कांग्रेस उपाध्यक्ष विभिन्न राज्यों के पार्टी विधायकों से समय समय पर मिलते रहते हैं. जोशी ने कहा कि राहुल ने बिहार के राजनीतिक हालात के बारे में पार्टी विधायकों के साथ बातचीत की और उनके विचार जाने. यह पूछे जाने पर कि क्या इस मुलाकात में बिहार में कांग्रेस विधायकों को टूटने से बचाने के बारे में कोई चर्चा की गयी, जोशी ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि राज्य के राजनीतिक परिदृश्य पर सामान्य चर्चा हुई.

बिहार में कांग्रेस पहले जदयू एवं राजद के साथ सत्तारूढ़ महागठबंधन में शामिल थी. बाद में जदयू के भाजपा के साथ हाथ मिलाने के बाद राजद एवं कांग्रेस विपक्ष में आ गयी है. कांग्रेस विधायक विजय शंकर दूबे और रामदेव राय ने फोन पर बताया कि बिहार में राजनीतिक हालात को लेकर पार्टी उपाध्यक्ष द्वारा बुलायी गयी इस बैठक में शामिल होने पहुंचे अन्य पार्टी विधायकों में अशोक कुमार और अजीत शर्मा शामिल हैं. कांग्रेस में बिखराव को लेकर अटकलों को बल महागठबंधन के बिखराव के बाद स्थानीय कांग्रेस नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना करने में नरम रवैया बरते जाने के कारण मिल रहा है. साथ ही बिहार में व्यवस्था परिवर्तन होने के बावजूद महागठबंधन सरकार में शामिल रहे राजद के मंत्रियों को बंगला खाली करने का नोटिस तो दिया गया पर कांग्रेस कोटे के मंत्रियों में से अशोक चौधरी और अवधेश कुमार सिंह से सरकारी बंगला खाली नहीं करवाया गया.

महागठबंधन से नाता तोड़ने के बाद भाजपा के साथ बिहार में बनायी गयी राजग की नयी सरकार में नीतीश ने आठ मंत्रियों की जगह अभी खाली छोड़ रखी है. इसके बारे में अटकलें लगायी जा रही हैं कि यह जगह कांग्रेस छोड़कर आने वालों के लिए रखी गयी हैं. किंतु जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने आज पटना में कहा कि उनकी पार्टी अन्य दलों को तोड़ने की इच्छुक नहीं है. उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का अंदरुनी मामला है. हालांकि राहुल के साथ बैठक से ऐसा लगता है कि लालू प्रसाद के नेतृत्व को लेकर कांग्रेस में नाराजगी है. नीरज ने कहा कि कांग्रेस विधायक इस बात को भी लेकर घबराए हुए हैं कि राजद के पूर्व विधायकों की तरह लालू प्रसाद की बेनामी संपत्ति से जोड़कर कहीं उन पर भी आरोप न लगाया जाये.

यह भी पढ़ें-
बिहार में सरकारी बंगले पर मचा बवाल, तेजस्वी ने पत्र लिखकर की 5 देशरत्न मार्ग में रहने देने की अपील

Next Article

Exit mobile version