राजद सुप्रीमो लालू को सीबीआई घेरेगी कई सवालों से
पटना: सीबीआइ आगामी 11 सितंबर को तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद और 12 सितंबर को उनके पुत्र तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से सीबीआई गहन पूछताछ की तैयारी में है. इनसे सुबह करीब 10 बजे से पूछताछ शुरू होगी. सबसे ज्यादा सवालों से लालू प्रसाद को ही रूबरू होना पड़ेगा. अपने रेलमंत्री के कार्यकाल में पद […]
पटना: सीबीआइ आगामी 11 सितंबर को तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद और 12 सितंबर को उनके पुत्र तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से सीबीआई गहन पूछताछ की तैयारी में है. इनसे सुबह करीब 10 बजे से पूछताछ शुरू होगी. सबसे ज्यादा सवालों से लालू प्रसाद को ही रूबरू होना पड़ेगा.
अपने रेलमंत्री के कार्यकाल में पद का दुरुपयोग, भ्रष्टाचार, अवैध संपत्ति समेत अन्य मामलों में दोषी पाते हुए सीबीआई ने 5 जुलाई, 2017 को लालू प्रसाद, पत्नी राबड़ी देवी, बेटा तेजस्वी प्रसाद यादव समेत आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. मामला दर्ज होने के बाद सीबीआई की एक विशेष टीम ने पटना स्थित इनके आवास की गहन तलाशी भी ली थी. इसी मामले में सीबीआई लालू प्रसाद और तेजस्वी प्रसाद यादव से पहली बार पूछताछ करने जा रही है. इसमें सभी आरोपों से जुड़े दस्तावेजों को प्रस्तुत करते हुए पूछताछ की जायेगी.
राबड़ी देवी से भी हो सकती है पूछताछ: इस मामले में दूसरे नंबर की मुख्य अभियुक्त पूर्व सीएम राबड़ी देवी से भी पूछताछ हो सकती है. सीबीआइ इन्हें भी समन जारी करके नयी दिल्ली बुला सकती है. सभी नामजद अभियुक्तों से अलग-अलग पूछताछ होगी. कुछ प्वाइंट पर क्रॉस एक्जामिनेशन के लिए दो-तीन को एक साथ बैठाया जा सकता है.
कंपनी के बारे में देना होगा ठोस जवाब
सरला गुप्ता जिस डीलाइट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की एमडी थी, उसी के नाम पर करोड़ों की जमीन कोचर बंधु ने कमीशन के रूप में ट्रांसफर की थी. यह जमीन होटल की लीज लेने के ऐवज में करोड़ों के घूस के रूप में दी गयी थी. बाद में इसका मालिकाना हक पत्नी पूर्व सीएम राबड़ी देवी व बेटा तेजस्वी के नाम पर चला गया व कंपनी का नाम बदल कर ‘लारा प्राइवेट लिमिटेड’ कर दिया गया है. इसी कंपनी को ट्रांसफर हुए एक जमीन के प्लॉट पर शहर का सबसे बड़ा मॉल बन रहा है. यह जमीन शहर के सगुना इलाके में मौजूद है. इस तरह से व्यापक स्तर पर हुए भ्रष्टाचार से जुड़े तमाम मामलों के बारे में गहन पूछताछ की जायेगी दोनों बाप और बेटे से.
दो आरोपितों से हो चुकी पूछताछ: इस मामले में दो अन्य नामजद अभियुक्त और इस पूरी गड़बड़ी में लालू के बेहद करीबी सरला गुप्ता (राजद सांसद प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी) व पीके गोयल (तत्कालीन एमडी, आईआरसीटीसी) से पूछताछ हो चुकी है. इन्होंने भी लालू की अवैध संपत्ति से जुड़े मामले में कई बेहद अहम सुराग दिये हैं.
इसके अलावा सीबीआई ने रेलवे मंत्रालय से भी लालू प्रसाद के कार्यकाल से जुड़ी दर्जनों संबंधित फाइलों को मंगवाकर गहन जांच की थी. इस जांच में भी व्यापक स्तर पर गड़बड़ी के प्रमाण मिले हैं. जांच में यह भी पता चला कि कोचर बंधु को रेल रत्न की श्रेणी वाले बीएनआर रांची और पुरी के होटल को शुरुआती में पांच साल की लीज पर दी थी, लेकिन तमाम नियम-कानून को ताक पर रखते हुए इस लीज अवधि को बढ़ा कर 30 साल कर दी गयी. इसके अलावा लीज देने के लिए रेलवे के तमाम मानकों को नजर अंदाज कर दिया गया था. इस तरह के दर्जनों सवालों के जवाब लालू प्रसाद को देना पड़ सकता है. जिन-जिन सवालों के जवाब में वह उलझेगें, उनकी मुसीबतें उतनी ही ज्यादा बढ़ती जायेगी.