बिहार : शरद के खिलाफ चुनाव आयोग से मिला जदयू, आयोग को सौंपा एफिडेविट
नयी दिल्ली/ पटना : जदयू के नेताओं ने शुक्रवार को नयी दिल्ली में चुनाव आयोग में मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार ज्योति से मुलाकात की और पार्टी से संबंधित दस्तावेज सौंपा. जदयू ने बिहार के सभी 71 विधायकों, तीस विधान पार्षदों, सात राज्यसभा सांसदों, दो लोकसभा सांसदों, महाराष्ट्र के एक विधान पार्षद समेत पांच राज्यों […]
नयी दिल्ली/ पटना : जदयू के नेताओं ने शुक्रवार को नयी दिल्ली में चुनाव आयोग में मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार ज्योति से मुलाकात की और पार्टी से संबंधित दस्तावेज सौंपा. जदयू ने बिहार के सभी 71 विधायकों, तीस विधान पार्षदों, सात राज्यसभा सांसदों, दो लोकसभा सांसदों, महाराष्ट्र के एक विधान पार्षद समेत पांच राज्यों में से चार राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों, जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी व राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों का एफिडेविट चुनाव आयोग को सौंपा है.
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने बताया कि जदयू ने अपने विधायकों, विधान पार्षदों, सांसदों समेत पदाधिकारियों की एफिडेविट चुनाव आयोग को सौंप दी है. वहीं कुछ लोग जो जदयू को अपनी पार्टी कह कर दलील दे रहे हैं, उन्होंने एक भी दस्तावेज चुनाव आयोग को नहीं सौंपा है. ऐसे में उनका दावा खोखला है और जदयू की ओर से दिये गये दस्तावेज के आधार पर उनके दावे को रद्द करना चाहिए. वहीं, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने कहा कि सांसद शरद यादव जो जदयू का दावा कर रहे हैं, उन पर तो पार्टी ने पहले ही दल विरोधी काम के लिए कार्रवाई कर रही है.
इसके लिए राज्यसभा के सभापति से मिल कर कहा गया है कि शरद यादव पार्टी लाइन से अलग हटकर और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हो कर स्वत: दल का परित्याग कर चुके हैं. ऐसे में उनकी पार्टी की ओर से सदस्यता सही नहीं है. चुनाव आयोग से मिलने गये प्रतिनिधि मंडल में जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी के साथ सांसद आरसीपी सिंह, जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, राष्ट्रीय महासचिव संजय झा व वरिष्ठ वकील गोपाल सिंह मौजूद थे.
सांसद पद बचा रहे, इसलिए अपना रहे हथकंडा : आरसीपी
जदयू के सांसद सह राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि सांसद पद बचाने के लिए शरद यादव पार्टी को लेकर हथकंडा अपना रहे हैं. उनके और अली अनवर को छोड़ कर कोई भी सांसद या विधायक-विधान पार्षद उनके साथ नहीं है. उन लोगों ने कोई दस्तावेज अभी तक चुनाव आयोग में नहीं दिया है, सिर्फ बातें कर रहे हैं.
जदयू ने शरद यादव को पार्टी विरोधी कार्यवाही में शामिल होने के कारण उन्हें सांसद पद से हटाने के लिए राज्यसभा के सभापति से मुलाकात की है. शरद यादव की ओर से राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह फर्जी बैठक है. जब कोई सदस्य ही उनके साथ नहीं है तो बैठक बुलाने का कोई औचित्य ही नहीं है.