शरद यादव अपने दूसरे चरण की यात्रा पर 25 सितंबर को आयेंगे बिहार, 6 जिलों में करेंगे सभाएं
पटना : महागठबंधन से अलग होकर भाजपा के साथ दोबारा से मिलकर बिहार में सरकार गठन के नीतीश कुमार के फैसले से नाराज चल रहे जदयू के बागी नेता व पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव अपने दूसरे चरण कीबिहारयात्रा 25 सितंबरसेआरंभ करेंगे. 28 सितंबर तक चलने वाली इस जन-संवाद यात्रा के दौरानजदयूके बागी […]
पटना : महागठबंधन से अलग होकर भाजपा के साथ दोबारा से मिलकर बिहार में सरकार गठन के नीतीश कुमार के फैसले से नाराज चल रहे जदयू के बागी नेता व पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव अपने दूसरे चरण कीबिहारयात्रा 25 सितंबरसेआरंभ करेंगे. 28 सितंबर तक चलने वाली इस जन-संवाद यात्रा के दौरानजदयूके बागी नेताशरदयादव बिहार के छह जिलों में सभाएं करेंगे. शरद यादव भोजपुर, बक्सर, कैमूर, रोहतास, गया एवं औरंगाबाद में सभाएं करेंगे.
मालूम हो कि इससे पहलेशरद यादवने 10 से 13 अगस्त के दौरान पहले चरण की यात्रा की थी. वहीं मीडिया में शरद यादव के करीबी सूत्रोंकेहवाले से बताया जा रहाहैकि दूसरे चरण के जन-संवाद यात्रा से पहले 17 सितंबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष का चयन कियाजायेगा. संभावना है कि शरद यादव को ही कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाये. जानकारी के मुताबिक दिल्ली के कांस्टीच्यूशन क्लब में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उन सभी 27 राज्यों के प्रतिनिधि भाग लेंगे जहां पार्टी की इकाई कार्यरत है. उम्मीदजतायीजा रही है कि इस बैठक मेंपंद्रह से अधिक राज्यों के पार्टी अध्यक्ष भी शामिल होंगे.
इसके बाद दिल्लीस्थित मावलंकर हॉल में 8 अक्टूबर को राष्ट्रीय परिषद की बैठक आयोजित होगी, जिसमें राष्ट्रीय कार्यकारिणी के फैसलों पर मुहर लगेगी. राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 75 लोग शामिल हैं और आमंत्रित सदस्यों को लेकर यह संख्या करीब 125 है.शरद खेमेने जदयू नेताओं के इस आरोप पर कि उनकी अोर से चुनाव आयोग को अपने असली जदयू के दावे के समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किया है, कहा कि अभी तो हमारे आवेदन पर चुनाव आयोग नीतीश खेमे को नोटिस जारी करेगा. जब जवाब आएगा तब हमारी ओर से सारे दस्तावेज दिए जाएंगे.
शरद की राज्यसभा सदस्यता पर फैसला जल्द :केसी त्यागी
इन सबके बीच जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि सांसद शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता पर इसी महीने फैसला आने की पूरी उम्मीद है. जदयू ने राज्यसभा के सभापति और चुनाव आयोग दोनों फोरम पर अपनी बात रखी है. जदयू ने अपने सांसदों, विधायकों, विधान पार्षदों, राष्ट्रीय कार्यकारिणी व राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों का एफिडेफिट चुनाव आयोग को सौंप दिया है. साथ ही राज्यसभा को भी पूरी स्थिति से अवगत करा दिया गया है, जबकि दूसरी ओर से अब तक सिर्फ दावे ही किये जा रहे हैं, कोई कागजात नहीं दिया जा रहा. अब इस पर जल्द फैसला आयेगा. उन्होंने कहा कि सांसद शरद यादव का पक्ष कमजोर है और उन्होंने अपनी गतिविधियों से खुद को पार्टी विरोधी साबित किया है.