बेनामी संपत्ति प्रकरण : पटना से दिल्ली तक लालू परिवार की ये संपत्तियां होंगी अटैच

बेनामी संपत्ति प्रकरण : ईडी के बाद अब आयकर ने कसा शिकंजा नयी दिल्ली : राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके परिवार की मुश्किलें और बढ़ गयी हैं. बेनामी संपत्ति के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के बाद अब आयकर विभाग ने भी शिकंजा कसा है. आयकर विभाग ने लालू प्रसाद और उनके परिवार के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2017 7:06 AM
बेनामी संपत्ति प्रकरण : ईडी के बाद अब आयकर ने कसा शिकंजा
नयी दिल्ली : राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके परिवार की मुश्किलें और बढ़ गयी हैं. बेनामी संपत्ति के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के बाद अब आयकर विभाग ने भी शिकंजा कसा है. आयकर विभाग ने लालू प्रसाद और उनके परिवार के खिलाफ बेनामी सौदा जांच के सिलसिले में कुछ संपत्तियों के खिलाफ अंतिम कुर्की आदेश जारी किया है.
आयकर विभाग ने लालू प्रसाद की बड़ी बेटी व राज्यसभा सांसद मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार की संपत्ति के फाइनल अटैचमेंट का आदेश भी सोमवार को जारी कर दिया. सूत्रों का कहना है कि लालू प्रसाद के परिवार से जुड़ी पटना की कई संपत्तियों को अंतिम रूप से अटैच कर लिया गया है. जांच से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में कथित रूप से शामिल कंपनी एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ यह आदेश जारी किया गया है. लालू प्रसाद के रिश्तेदार एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की अचल संपत्तियों के लाभार्थी हैं.
दक्षिणी दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में एक संपत्ति की मालकिन यह कंपनी है. इस साल जून में बेनामी विनिमय (रोकथाम) अधिनियम, 2016 के तहत कुर्की का अंतरिम आदेश जारी किया गया था और अब उचित वैधानिक कार्यवाही के बाद इस आदेश की पुष्टि की गयी है. इस कानून में बेनामी संपत्तियां अंतिम अभियोजन के बाद बिना किसी मुआवजे के सरकार द्वारा जब्त कर लेने का प्रावधान है.
विभाग ने इससे पहले लालू प्रसाद, उनकी पत्नी व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, छोटे बेटे व पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बेटियां चंदा, रागिनी यादव और सांसद मीसा भारती, दामाद शैलेश कुमार को संपत्तियों की कुर्की का नोटिस जारी किया था. विभाग ने दिल्ली और बिहार में करीब एक दर्जन भूखंड एवं भवन कुर्क किया था, जिनमें पालम विहार में फार्म हाउस एवं जमीन, दक्षिण दिल्ली की न्यू फ्रेंडस कॉलोनी में एक भवन, पटना के फुलवारीशरीफ में 256.75 डिसमिल के नौ भूखंड आदि शामिल हैं. फुलवारीशरीफ में इस जमीन पर शॉपिंग मॉल बन रहा था.
पटना व दिल्ली में हैं ये संपत्तियां
फार्म नंबर 26, पालम फार्म्स, बिजवासन, दिल्ली
शेल कंपनी : मिशैल पैकर्स एंड प्रिंटर्स
लाभार्थी : मीसा भारती व शैलेश कुमार
बुक वैल्यू : 1.4 करोड़ रुपये
मार्केट वैल्यू : 40 करोड़ रुपये
मकान नंबर 1088, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी
शेल कंपनी : एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लि.
लाभार्थी : तेजस्वी यादव, चंदा व रागिनी
बुक वैल्यू : 5 करोड़ रुपये
मार्केट वैल्यू : 40 करोड़ रुपये
पटना के दानापुर के पास जलालपुर में 9 प्लॉट
शेल कंपनी : डिलाइट मार्केटिंग प्रा. लि.
लाभार्थी : राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव
बुक वैल्यू : 1.9 करोड़ रुपये
मार्केट वैल्यू : 65 करोड़ रुपये
जलालपुर में 3 प्लॉट
शेल कंपनी : एके इन्फोसिस्टम
लाभार्थी : राबड़ी देवी व तेजस्वी यादव
बुक वैल्यू : 1.6 करोड़, मार्केट वैल्यू : 20 करोड़
170-180
बेनामी संपत्तियों का बिक्रीनामा मूल्य करीब 9.32 करोड़ रुपये है, जबकि आयकर अधिकारियों ने उनका बाजार मूल्य 170-180 करोड़ रुपये आंका है. लालू प्रसाद के परिवार ने कहा है कि ये मामले उनके खिलाफ राजनीतिक बदले की भावना का नतीजा है. लालू परिवार की इन संपत्तियों को कुर्क करने का जून में जारी हुआ अंतरिम आदेश
मीसा भारती की संपत्ति के फाइनल अटैचमेंट का आदेश
नयी दिल्ली. बेनामी संपत्ति मामले में आयकर विभाग ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की की बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार की संपत्ति के फाइनल अटैचमेंट का आदेश सोमवार को जारी किया. आयकर विभाग ने दिल्ली में बिजवासन फॉर्म हाऊस, डिफेंस कॉलोनी का घर और पटना की एक संपत्ति को जब्त करने का अंतिम आदेश सोमवार को जारी किया.
इससे पहले पांच सितंबर को मनी लाॅन्ड्रिंग के मामले में इडी मीसा के बिजवासन स्थित फार्म हाउस को जब्त कर चुका है. यह फार्म हाउस मिशेल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर है और प्रीवेंशन ऑफ मनी लाॅन्ड्रिंग एक्ट के तहत इसे अस्थायी तौर पर जब्त किया गया था.
आरोप है कि यह फार्म हाउस शैल कंपनियों के जरिये आये धन से खरीदा गया था. चार शैल कंपनियों के जरिये एक करोड़ 20 लाख रुपये आये थे. जुलाई में आयकर विभाग ने मीसा और शैलेश के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. बाद में दोनों से घंटों पूछताछ की जा चुकी है. मई, 2017 में प्रवर्तन निदेशालय में आठ हजार करोड़ रुपये के मनी लाउंड्रिंग मामले में सीए राजेश अग्रवाल को गिरफ्तार किया था. आयकर विभाग की जांच में सीए राजेश अग्रवाल के तार लालू परिवार के बेनामी संपत्ति मामले से जुड़े पाये गये.

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