अवैध बालू खनन : गंगा नदी के रास्ते हो रही बालू की कालाबाजारी

दानापुर : अवैध बालू खनन पर रोक के बाद भी बालू माफिया सरेआम गंगा नदी के रास्ते नाव पर बालू लाद कर कालाबाजारी कर रहे हैं. जोनल आईजी व डीआईजी के सख्त आदेश के बाद भी अनुमंडल के पांच थानों के पुलिस पदाधिकारियों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है. अवैध बालू खनन पर रोक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2017 8:16 AM
दानापुर : अवैध बालू खनन पर रोक के बाद भी बालू माफिया सरेआम गंगा नदी के रास्ते नाव पर बालू लाद कर कालाबाजारी कर रहे हैं. जोनल आईजी व डीआईजी के सख्त आदेश के बाद भी अनुमंडल के पांच थानों के पुलिस पदाधिकारियों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है.
अवैध बालू खनन पर रोक लगाने में पुलिस प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है. इससे पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल खड़ा हो गया है. राज्य सरकार द्वारा बालू खनन पर रोक लगाने के बाद भी बालू माफियाओं द्वारा नाव पर बालू लाद कर गंगा नदी के रास्ते बालू को दोगुने दाम पर बेचा जा रहा है.
नाविक कोईलवर सोन नदी से नाव पर बालू लाद कर गंगा नदी के रास्ते मनेर, शाहपुर, अकिलपुर, दानापुर व दीघा होते हुए सोनपुर के सबलपुर घाट ले जा रहे हैं. वहां से बालू ट्रैक्टर या ट्रक पर लोड कर राज्य के अन्य जगहों पर भेजी जा रही है. नाविकों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि गंगा नदी से बालू निकाल कर नाव पर लाद कर अहले सुबह उस पार पहुंच जाते हैं. इस बाबत पूछे जाने पर सिटी एसपी पश्चिमी रवींद्र कुमार ने बताया कि अवैध बालू खनन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. शीघ्र ही टीम गठित कर गंगा नदी में छापेमारी की जायेगी.
मोकामा में अवैध बालू लदे सात ट्रक जब्त
मोकामा. मरांची पुलिस ने बालू माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. रविवार की देर रात अवैध बालू लदे सात ट्रकों को पुलिस ने जब्त कर लिया. जानकारी के मुताबिक ट्रकों पर क्षमता से तीन गुना अधिक बालू लदा था.
यह खेप रात का फायदा उठा कर लखीसराय से दरभंगा भेजी जा रही थी, लेकिन पुलिस को इसकी भनक लग गयी. इस संबंध में थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार ने बताया कि पुलिस को देख कर चालक एनएच 80 किनारे ट्रकों को छोड़ कर फरार हो गये. कयास लग रहा है कि किऊल नदी में चोरी-छिपे ट्रकों पर बालू लोड कराया गया था. मामले की गहन छानबीन के लिए खनन विभाग को सूचना दी गयी है.
‘बालू के खिलाफ कार्रवाई कर जनता को गुमराह कर रही है सरकार’
बिहटा : ट्रेड यूनियन ऐक्टू ने बिहटा स्टेशन पर बिहार बालू मजदूर और नाविक कल्याण संघ के बैनर तले सोमवार को सभा का आयोजन किया. इस सभा में शामिल होने सैकड़ों बालू मजदूर व नाविक पहुंचे थे.
उनकी योजना बिहटा रेलवे स्टेशन पर रेल चक्का जाम करना था, लेकिन इस दौरान पहले से वहां प्रशासन की भारी मौजूदगी ने उनकी योजना को ध्वस्त कर दिया. इसके बावजूद मजदूरों ने प्लेटफॉर्म पर अपनी सभा की. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नेता गोपाल सिंह ने कहा कि नीतीश सरकार बालू के खिलाफ कार्रवाई कर जनता को गुमराह कर रही है. ये कार्रवाई बालू माफियाओं के लिए नहीं बल्कि गरीबों के पेट पर लात मारने के लिए की गयी है.
नेताओं ने सभा से घोषणा की एक सप्ताह के अंदर बालू निकासी चालू नहीं होने पर मजदूर और नाविक बालू निकालने के लिए एक साथ नदी में उतरेंगें. साथ ही बालू बचाओ-रोजगार बचाओ ,बालू पर कानूनी अधिकार जमाओ सम्मेलन किया जायेगा. मौके पर पहुंचे सीओ रघुवीर प्रसाद, बीडीओ नीरज कुमार राय, बिहटा थाना प्रभारी राघव दयाल को ज्ञापन सौंपा.जल्द बालू खदान को चालू करवाने की मांग की. इस मौके पर रणविजय कुमार, सुरेंद्र यादव, मदन पासवान, राकेश कुमार आदि मौजूद थे.

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