”सृजन के दुर्जनों का विसर्जन” करने निकले लालू यादव की इन मामलों में बढ़ी टेंशन

पटना : बिहार में महागठबंधन से अलग होकर भाजपा के साथ दोबारा से मिलकर सरकार बनाने के नीतीश कुमार के फैसले से नाराज चल रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसादऔर उनका परिवार सृजन घोटाला मामले को लेकर नीतीश सरकार पर लगातार हमलावर है. हालांकि चारा घोटाला, बेनामी संपत्ति मामला, रेलहोटल घोटाला समेत अन्य कई मामलों मेंघिरे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2017 10:29 AM

पटना : बिहार में महागठबंधन से अलग होकर भाजपा के साथ दोबारा से मिलकर सरकार बनाने के नीतीश कुमार के फैसले से नाराज चल रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसादऔर उनका परिवार सृजन घोटाला मामले को लेकर नीतीश सरकार पर लगातार हमलावर है. हालांकि चारा घोटाला, बेनामी संपत्ति मामला, रेलहोटल घोटाला समेत अन्य कई मामलों मेंघिरे लालू यादव और उनके परिवार की मुश्किलें भी लगातार बढ़ती दिख रही हैं. ताजा मामले में आयकर विभाग ने राजदसुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके परिवार के खिलाफ बेनामी सौदा जांच के सिलसिले में कुछ संपत्तियों के खिलाफ अंतिम कुर्की आदेश जारी किया है. वहीं इससे पहले सृजन घोटाला मामले को लेकररविवारको भागलपुर में आयोजित राजद की रैली को संबोधित करते हुए लालू यादव और उनके दोनों पुत्रों तेजस्वी और तेज प्रताप ने नीतीश कुमार व भाजपा पर जमकर निशाना साधा था.

चारा घोटाला मामले में पहले से ही रांचीस्थित सीबीआई कोर्ट में पेशी को लेकर परेशान चल रहे लालू यादव को उस दौरान जबरदस्त झटका लगा था जब उनकी अनुपस्थिति में पटना स्थित उनके आवास पर अायकर विभाग की टीम ने छापेमारी की थी और इस दौरान राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव से पूछताछ की हुई थी. उस दौरान बिहार में महागठबंधन की सरकार थी. हालांकि छापेमारी की इस घटना के कुछ ही दिनों बाद महागठबंधन से अलग होनेके नीतीश कुमारके फैसले केबादसे लालू यादव का परिवार सत्ता से दूर हो गयाथा. जिसके उपरांत पहले से ही मुश्किलों में घिरे लालू यादव का टेंशन बेनामी संपत्ति मामले में ईडी और आयकर विभाग कीओर उनके परिवार के सदस्यों से पूछताछ और कार्रवाई नेऔर बढ़ा दी है.


बेनामी संपत्तिमामला : आयकर विभाग ने जारी किया कुर्की आदेश

आयकर विभाग ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उनके परिवार के खिलाफ बेनामी सौदा जांच के सिलसिले में कुछ संपत्तियों के खिलाफ अंतिम कुर्की आदेश जारी किया है. जांच से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में कथित रूप से शामिल कंपनी एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ यह आदेश जारी किया गया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रसाद के रिश्तेदार इस कंपनी की अचल संपत्तियों के लाभार्थी हैं. उन्होंने बताया कि दक्षिणी दिल्ली की न्यूफ्रेंड्स कॉलोनी में एक संपत्ति की मालकिन यह कंपनी है.

इस साल जून में बेनामी विनिमय (रोकथाम) अधिनियम, 2016 के तहत कुर्की का अंतरिम आदेश जारी किया गया था और अब उचित वैधानिक कार्यवाही के बाद इस आदेश की पुष्टि की गयी है. उन्होंने बताया कि जिन अन्य संपत्तियों को जून में अंतरिम रूप से कुर्क किया गया था, उन मामलों में भी ऐसी ही कार्यवाही होगी. विभाग ने इससे पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री प्रसाद, उनकी पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ीदेवी, बेटे एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बेटियां चंदा, रागिनी यादव और सांसद मीसा भारती, दामाद शैलेश कुमार को संपत्तियों की कुर्की का नोटिस जारी किया था.

आयकर विभाग ने दिल्ली और बिहार में करीब एक दर्जन भूखंड एवं भवन कुर्क किया था जिनमें पालम विहार में फार्महाउस एवं जमीन, दक्षिण दिल्ली की न्यू फ्रेंडस कॉलोनी में एक भवन, पटना के फुलवारी शरीफ में 256.75 डेसीमल क्षेत्रफल के नौ भूखंड आदि शामिल हैं. फुलवारीशरीफ में इस जमीन पर शॉपिंग मॉल बन रहा था. विभाग ने कहा है कि बेनामी संपत्तियों का बिक्रीनामा मूल्य करीब 9.32 करोड़ रुपये है जबकि कर अधिकारियों ने उनका बाजार मूल्य 170-180 करोड़ रुपये आंका है. वहीं लालू परिवार ने कहा है कि ये मामले उनके खिलाफ राजनीतिक बदले की भावना का नतीजा है. इस कानून में बेनामी संपत्तियां अंतिम अभियोजन के उपरांत बिना किसी मुआवजे के सरकार द्वारा जब्त कर लेने का प्रावधान है.

रेलहोटल घोटाला : लालू और तेजस्वी को सीबीआइ ने पूछताछ के बुलाया दिल्ली

रेलवे के दो होटल के बदले मॉल की जमीन के घोटालामामले मेंराजदसुप्रीमो लालू प्रसाद यादवऔर उनके बेटे तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए सीबीआइनेक्रमश:11 सितंबर और 12 सितंबर को दिल्ली बुलाया था. हालांकिजानकारीके मुताबिकलालूयादवअबसीबीआइमुख्यामलय में पूछताछ के लिए दो अक्टूबर के बाद ही पेश होंगे. लालू यादव ने सीबीआइ की ओर जारी समन के जवाब में अपने वकील के माध्यम से भेजे पत्र में कहा है कि चारा घोटाले के एक मामले में इस महीने की23 तारीख तक उन्हें अपनी गवाही पूरी कराने का आदेश दिया गया है. इसलिए वह इस मामले में अभी व्यस्त हैं और उसके बाद नवरात्र का पर्व शुरू हो जायेगा. इसलिए23 अक्टूबर जब दुर्गा पूजा और दशहरा जैसे त्योहार खत्म हो जाएंगे तो उस समय किसी भी दिन पूछताछ के लिए सीबीआइ जा सकते है.

सीबीआइ उन्हें पूछताछ के लिए किसी भी दिन और समय निर्धारित कर बुला सकती है. माना जा रहा है कि तेजस्वी यादव ने त्योहारों की बात पर अपने हाजिर होने के लिए समय मांगा है. तेजस्वी यादव के साथ पूछताछ का समय सीबीआइ ने 12 सितंबर को तय किया था.

लालू का आरोप

हालांकि भागलपुर में हुई रैली में लालू प्रसाद यादव ने आरोप लगाया कि सीबीआइ की ओर से पूछताछ का नोटिस उनकी रैली को बाधित करने के लिए किया गया था. रैली से एक दिन पहले भागलपुर जाते समय लालू यादव से इसके बारे में पूछे जाने पर उनका कहना था कि यह जांच नीतीश कुमार के इशारे पर हो रही है. उनका कहना था कि उनसे संबंधित सारी जानकारी सार्वजनिक है.राजद सुप्रीमो ने कहा कि वह इतने दिन से सीबीआइ को झेल रहे हैं इसलिए उन्हें अब उन्हें डर नहीं लगता.

भागलपुर में लालू ने सृजन घोटाले पर नीतीश-सुशील को घेरा

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बिहार के भागलपुर में रविवार को ‘सृजन के दुर्जनों का विसर्जन’ रैली की. उन्होंने इस घोटाले के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को जिम्मेदार बताया. लालू ने नीतीश को सत्ता का लालची बताते हुए तेजस्वी के मुख्यमंत्री बनने की भविष्यवाणी की. उन्होंने कहा, आज नहीं तो कल तेजस्वी मुख्यमंत्री बनेगा. नीतीश कुमार की मर्जी से नहीं, गरीब, दलित और पिछड़ों के समर्थन से वह कुर्सी पर बैठेगा.

बेनामी संपत्ति को लेकर मुकदमों का सामना कर रहे लालू यादव ने कहा था, मुझे तो 20 साल में मुकदमा लड़ने की आदत हो गयी है. ये लोग मुझे डरा नहीं पाए तो बच्चों के पीछे पड़ गये. सीबीआइ का हमारे खिलाफ इस्तेमाल किया गया. लालू ने यह भी बताया कि उन्होंने सीबीआइ से पूछताछ की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि भागलपुर की इस रैली को रोकने के लिए ही उन्हें 11 सितंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया. राजद सुप्रीमो ने कहा कि नीतीश कुमार गद्दी के लिए कुछ भी कर जाते हैं.भाजपा वालों ने नीतीश को कहा कि सृजन घोटाला में उनका नाम सामने आ रहा है यदि साथ नहीं आए तो जेल जाना पड़ेगा. उन्होंने यह भी कहा किभाजपा के नेताओं को इस घोटाले की पूरी जानकारी थी. ये लोग इसे दबाने में जुटे थे, लेकिन मीडिया ने उजागर कर दिया.

जदयू की प्रतिक्रया

बेनामी संपत्ति मामले को लेकर लालू यादवकेखिलाफ आयकर की कार्रवाई पर जदयू नेता अजय आलोक ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मजमुए लिफाफा अब खुला है आगे आगे देखिए होता है क्या, न सत्ता बची न इज्जत,अब पूरे परिवार सहित लालू जेल जायेंगे. वहीं मंत्री विनाेद नारायण झा ने राजद सुप्रीमो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, बोये पेड़ बबूल का तो आम कहां से होए, लालू खुद तो फंसे है बेटे और बेटी को भी फंसा दिया.

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