लालू ने कागजात के साथ किया प्रेस कांफ्रेंस, कहा-नीतीश की जानकारी में हुआ सृजन घोटाला
पटना : बेनामी संपत्ति के विवादों से दो चार हो रहे राजद सुप्रीमो लालू यादव ने मंगलवार को अपने आवास पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश की जानकारी में भागलपुर का सृजन घोटाला हुआ है. लालू ने कहा कि भागलपुर की जनता आश्चर्य में है. नीतीश कुमार को जनता के बीच जाकर […]
पटना : बेनामी संपत्ति के विवादों से दो चार हो रहे राजद सुप्रीमो लालू यादव ने मंगलवार को अपने आवास पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश की जानकारी में भागलपुर का सृजन घोटाला हुआ है. लालू ने कहा कि भागलपुर की जनता आश्चर्य में है. नीतीश कुमार को जनता के बीच जाकर जवाब देना ही होगा. लालू ने कहा कि मैं भागलपुर गया था और एक रात को वहां ठहर गया. घोटाले से संबंधित बहुत कागजात हाथ लगे हैं. लालू ने कहा कि एक दिन के प्रेस कांफ्रेंस से काम नहीं चलेगा, अब यह रोज चलेगा. लालू ने कहा कि जब तक नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर एफआइआर नहीं हो जाता, हम चुप बैठने वाले नहीं है. भागलपुर में इतनी बड़ी सभा को नीतीश कुमार ने नुक्कड़ नाटक कहा है. हम नीतीश कुमार को चेतावनी दे रहे हैं. हम जनता के प्रतिनिधि हैं. जनता जानना चाहती है पूरे मामले को. पलटू राम को एक-एक बात की जानकारी देनी होगी.
लालू ने कहा कि बहुत तेजस्वी यादव को पाठ पढ़ा रहे थे. अब जवाब देना होगा. लालू ने कहा कि सुशील मोदी इस घोटाले में डायरेक्ट शामिल है. लालू ने कहा कि सुशील मोदी के माध्यम से रोजाना अपना चेहरा छिपाने के लिए नीतीश कुमार प्रेस कांफ्रेंस करवाते थे. सुशील मोदी ने अपने कांफ्रेंस में बोला भी था कि लालू के खिलाफ सभी कागज सरकार के लोगों द्वारा मुहैया कराये जा रहे हैं. लालू ने कहा कि नीतीश कुमार कोई भी बात उंगली दिखाकर झुठला देता है. जनता छोड़ेगी नहीं, इस घोटाले के बारे में जानना चाहती है. लालू ने कहा कि जब10 जुलाई 2017 से 29 जुलाई 2017 के बीच सृजन का चेक बैंक से वापस लौटने लगे. उसके बाद नीतीश कुमार को इसकी जानकारी हो गयी थी, लेकिन वह बातों को क्यों छिपाए, इसका जवाब देने होगा. लालू ने कहा कि नीतीश ने जब देखा कि वह इस मामले में फंस रहे हैं, तो वह 7 जुलाई से 26 जुलाई को लगातार दिल्ली क्यों जाने लगे.
लालू ने कहा कि इस घोटाले का खुलासा सीएजी रिपोर्ट में भी हुआ, लेकिन उसे क्यों दबाया गया. लालू ने कहा कि नीतीश की जानकारी में पूरा लूट हुआ है. लालू ने पूछा कि नीतीश कुमार इंजीनियर है और हम राजनीति शास्त्र के छात्र हैं. नीतीश कुमार को घोटाला करने में महारत हासिल है. लालू ने कहा कि नीतीश कुमार हमेशा उल्टा बोलवाता है. अपने प्रवक्ताओं से रघुवंश प्रसाद सिंह और जगता बाबू को गाली दिलवाया. अब थोड़ा सा टेबलेट मिला है, तो रिएक्शन में आ गये. अभी तो और भंडाफोड़ होगा. लालू ने एक कविता पढ़ते हुए कहा कि खैर खून खांसी, बैर प्रीत मधुपान, रहीमन दाबे ना दबे जानत सकल जहान. लालू के ठीक बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सृजन घोटाले के आरोपी अधिकारी के पी रम्मैया को नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव का टिकट दिया. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार पर बीजेपी द्वारा इतना दबाव था कि उनके सामने दो ही रास्ते बच रहे थे. नीतीश कुमार या तो जेल जाते या फिर गठबंधन तोड़कर भाजपा के साथ. नीतीश कुमार ने दूसरा रास्ता अपनाया. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार नैतिकता की बात करते हैं, वह नैतिक भ्रष्टाचार के सबसे बड़े भीष्म पितामह हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा कि सृजन घोटाले में एक्शन लेते हुए 2006 के तत्कालीन जिला पदाधिकारी ने पैसे को रोक कर उस पर कार्रवाई शुरू की. उसके बाद भी पैसा कैसे ट्रांसफर होता रहा. सुशील मोदी इससे लाभ कमाते रहे. सुशील मोदी इसमें शामिल हैं. तेजस्वी ने नीतीश कुमार को सृजन मामले पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार ने उन्हें मोहरा बनाया और भाजपा के साथ डील किया. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार ने सरकार गिराने के लिए दिल्ली दरबार का चक्कर काटना शुरू किया.
यह भी पढ़ें-
शरद यादव और अली अनवर मुश्किल में, राज्यसभा सचिवालय ने जारी किया नोटिस