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BIHAR सृजन घोटाला मामला : जुलाई में बैंक से 14 बार निकासी, पांच बार चेक हुआ बाउंस : लालू प्रसाद
सृजन घोटाला मामले में नीतीश व मोदी पर एफआईआर दर्ज कराकर ही लेंगे दम पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद मंगलवार को बैंक दस्तावेजों के साथ मीडिया के सामने आये और बताया कि सृजन घोटाले में सीएम नीतीश कुमार व सुशील कुमार मोदी की संलिप्तता के पर्याप्त साक्ष्य हैं. मंगलवार को 10, सर्कुलर रोड पर […]
सृजन घोटाला मामले में नीतीश व मोदी पर एफआईआर दर्ज कराकर ही लेंगे दम
पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद मंगलवार को बैंक दस्तावेजों के साथ मीडिया के सामने आये और बताया कि सृजन घोटाले में सीएम नीतीश कुमार व सुशील कुमार मोदी की संलिप्तता के पर्याप्त साक्ष्य हैं.
मंगलवार को 10, सर्कुलर रोड पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने कहा कि 10 जुलाई से 29 जुलाई तक भागलपुर के बैंक ऑफ बड़ौदा से 14 बार पैसे का लेनदेन किया गया. इसमें पांच बार चेक बाउंस किया. सीएम नीतीश कुमार ने 27 दिनों तक इस मामले को छुपाये रखा. अब कहते हैं कि सात अगस्त को उनके संज्ञान में मामला आने के बाद तत्काल कार्रवाई की. उन्होंने कहा कि 10-26 जुलाई तक जब बैंक का चेक बाउंस हो रहा था उसी दौरान नीतीश कुमार लगातार दिल्ली दौड़ लगा रहे थे.
दिल्ली यात्रा में ही सरकार गिराने का सौदा हुआ. लालू प्रसाद ने कहा कि वह तब तक लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस करते रहेंगे जब तक कि नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी पर एफआईआर नहीं हो जाये. इस मामले को लेकर वह सुप्रीम कोर्ट भी जायेंगे. अभी तो टेबलेट दिये हैं पूरा इलाज तो बाकी है. लालू प्रसाद ने कहा कि 27 दिनों तक गलत तरीके से बैंक से पैसे की निकासी को दबाने वाले नीतीश कुमार अब जनता को क्यों जवाब नहीं दे रहे हैं. पहले वह तेजस्वी को पाठ पढ़ा रहे थे कि पब्लिक डोमेन में बोलो. जनता जानना चाहती है कि अपने घोटाले को नीतीश कुमार क्यों नहीं बता रहे हैं. नीतीश को यह मालूम हो गया था कि सृजन घोटाले में आगे क्या होनेवाला है.
नीतीश-मोदी के इस्तीफे की मांग को लेकर युवा राजद ने दिया महाधरना: सृजन घोटाला के विरोध व सीएम नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के इस्तीफा की मांग को लेकर युवा राजद की ओर से राज्यव्यापी धरना दिया गया. सभी जिला मुख्यालयों पर धरना देने वाले युवा राजद नेताओं ने सृजन घोटाला की सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के न्यायाधीश के निगरानी में सीबीआई जांच कराने की मांग की. पटना में महाधरना की अध्यक्षता पटना युवा जिलाध्यक्ष सतीश कुमार चन्द्रवंशी और संचालन युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता अरुण कुमार यादव ने किया.
अभी उनको हल्का टेबलेट मिला है तो रिएक्शन करने लगे हैं. दवा तो बाकी है. नीतीश कुमार ने सृजन के आरोपी आईएएस अधिकारी रमैया को अपनी पार्टी का टिकट दिया और अभी बड़ा पद दिया है. इस मामले के सामने आने के बाद नीतीश कुमार और सुशील मोदी की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई. उन्होंने कहा कि दूसरों को हेडमास्टर की तरह नैतिकता का पाठ पढ़ानेवाले नीतीश कुमार की नैतिकता कहां चली गयी.
अब अपने प्रवक्ताओं से उनके नेता व परिवार को गाली दिलाने का काम कर रहे हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजद नेता जगदानंद सिंह और शिवानंद तिवारी भी मौजूद थे.
इस मौके पर उपस्थित विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि नीतीश कुमार राजनीतिक भ्रष्टाचारी हैं. जब उनको यह पता चल गया कि बैंक का चेक बाउंस हो रहा है तो उनके सामने दो ही विकल्प था कि वह जेल जायें या सरकार तोड़े.
वर्ष 2008 में सीएजी ने मामले का खुलासा कर दिया था. उस समय के तत्कालीन डीएम ने सृजन के खाते की राशि को रोक कर पैसा वापस करने का आदेश दिया. फिर किसके उसे चालू कराया. उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने माना है कि मामले में रेखा मोदी संलिप्त हैं. वह आरोपों का हर बार जवाब देते हैं जबकि नीतीश कुमार एक बार भी जवाब नहीं देते.
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