BIHAR : जदयू से विदा हो चुके हैं शरद : वशिष्ठ नारायण सिंह

राजनीति : जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा पटना :जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि शरद यादव को पार्टी ने मौका दिया, लेकिन उन्होंने इसका फायदा नहीं उठाया. उनसे बार-बार अाग्रह किया और निवेदन किया, लेकिन वे माने नहीं. पार्टी के खिलाफ उन्होंने दूसरी पार्टी की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2017 7:16 AM
राजनीति : जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा
पटना :जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि शरद यादव को पार्टी ने मौका दिया, लेकिन उन्होंने इसका फायदा नहीं उठाया. उनसे बार-बार अाग्रह किया और निवेदन किया, लेकिन वे माने नहीं. पार्टी के खिलाफ उन्होंने दूसरी पार्टी की रैली व कार्यक्रम में चले गये और विरोधी राजनीतिक दलों के साथ मंच साझा किया. इससे यही साफ होता है कि उन्होंने खुद पार्टी छोड़ दी है और पद का त्याग कर दिया है.
वे जदयू से विदा हो चुके हैं. अब सिर्फ उनकी विदाई पर मुहर लगनी है. उनकी सदस्यता खत्म कराने को लेकर बड़ी कार्रवाई चल रही है. पार्टी ने राज्यसभा और चुनाव आयोग को दस्तावेज के साथ लिखित रूप से जानकारी दे दी है कि शरद यादव कैसे एंटी पार्टी एक्टिविटी में शामिल थे. अब राज्यसभा और चुनाव आयोग को निर्णय लेना है, पार्टी उसका इंतजार कर रही है.
वन टाइम इलेक्शन की घोषणा हुई तो चुनौती करेंगे स्वीकार : वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि अगर वन टाइम इलेक्शन की घोषणा हुई तो उसकी चुनौती को स्वीकार किया जायेगा. फिलहाल यह पूरा मामला विचार के स्तर पर है. जब इस पर फैसला आयेगा तो उस पर पार्टी स्तर पर विचार किया जायेगा. अगर ऐसे घोषणा होती है तो इसमें कोई दिक्कत भी नहीं है.जदयू में शामिल हुए तीन पूर्व विधायक : तीन पूर्व विधायक श्याम बिहारी प्रसाद, कृष्णनंदन यादव और छोटेलाल राय जदयू में शामिल हो गये हैं.
मंगलवार को जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलायी. उनके साथ-साथ राजद नेता सुधांशु रजंन, पूर्व सैनिक अशोक कुमार सिंह समेत कई लोगों ने जदयू की सदस्यता ली. इस मौके पर विधान पार्षद संजय सिंह, चंद्रेश्वर चंद्रवंशी, जदयू के महासचिव नवीन आर्य, अनिल कुमार, प्रवक्ता अजय आलोक, पूर्व विधायक महेश्वर सिंह, इजहार अहमद मुकेश कुमार सिंह समेत बड़ी संख्या में नेता-कार्यकर्ता
मौजूद थे.
विपक्ष में हैं तो आलोचना ही करेंगे लालू
वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद विपक्ष में हो गये हैं, तो वे क्या करेंगे? सिर्फ आलोचना ही कर सकते हैं. भागलपुर में उन्होंने जिस भाषा और शब्दों का प्रयोग किया वह सार्वजनिक जीवन के प्रतिकूल है. उनके मन में अगर कोई परेशानी है या व्याकुलता है तो उसे व्यक्त करने के लिए संतुलित भाषा व शब्दों का इस्तेमाल करना चाहिए. उनके जैसे नेता से स्तरहीन भाषा की अपेक्षा लोकतंत्र में नहीं की जा सकती है, लेकिन उनका संतुलन बिगड़ने से ऐसी स्थिति हुई.

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