बेनामी संपत्ति मामला : आयकर जांच में लालू परिवार के 10 और प्लॉट का पता चला
अंतरिम जब्ती आदेश में किया गया जिक्र पटना : बेनामी संपत्ति मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उनके परिवार के खिलाफ आयकर विभाग की तरफ से मामला दर्ज कर जांच जारी है. इसी क्रम में 14 जुलाई को पहला नोटिस जारी किया गया था, जिसमें पटना में मौजूद नौ बड़े प्लॉट और छह फ्लैट […]
अंतरिम जब्ती आदेश में किया गया जिक्र
पटना : बेनामी संपत्ति मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उनके परिवार के खिलाफ आयकर विभाग की तरफ से मामला दर्ज कर जांच जारी है. इसी क्रम में 14 जुलाई को पहला नोटिस जारी किया गया था, जिसमें पटना में मौजूद नौ बड़े प्लॉट और छह फ्लैट को जब्त करने का अंतरिम आदेश जारी किया गया था. अब जांच में करीब 10 और छोटे प्लॉट का पता चला है.
ये सभी प्लॉट पटना और इसके आसपास ही मौजूद हैं. इस प्रॉपर्टी को भी पहले से जारी अंतरिम आदेश में जोड़ दिया गया है. यानी 14 जुलाई वाले अंतरिम आदेश में जितनी संपत्ति के बारे में जिक्र किया गया था, उनकी संख्या अब बढ़ गयी है. अब प्लॉट की संख्या नौ से बढ़ कर करीब 19 हो गयी है. जबकि फ्लैटों की संख्या छह ही बनी हुई है.
इसमें अब तक नयी दिल्ली या बिहार से बाहर की किसी संपत्ति के बारे में फिलहाल पता नहीं चला है. हालांकि, उनकी कुछ बाहरी संपत्ति के बारे में भी गहनता से जांच चल रही है. यह संपत्ति राजद सांसद प्रेमचंद गुप्ता और उनकी पत्नी सरला गुप्ता से जुड़े हो सकती है. आयकर विभाग की यह जांच फिलहाल सीबीआइ की जांच व एफआइआर के आधार पर ही चल रही है.
मीसा भारती का मामला है इससे अलग
लालू प्रसाद की बेटी सांसद मीसा भारती की नयी दिल्ली में चार-पांच बड़ी संपत्तियों को इडी पहले ही जब्त कर चुकी है. यह आयकर विभाग की जांच से इसका कोई लेना-देना नहीं है. इन दोनों की जांच अलग-अलग मामले में चल रही है. मीसा के खिलाफ इडी पीएमएलए के तहत और आयकर लालू प्रसाद के खिलाफ बेनामी या अवैध संपत्ति मामले में कार्रवाई कर रहा है.
बड़े बेटे और दूसरी बेटी के नाम संपत्ति आ सकती सामने
बेनामी या अवैध संपत्ति के मामले में लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और दूसरे नंबर की बेटी चंदा व उसके पति राहुल सिंह के नाम से मौजूद संपत्ति सामने आ सकती है. कई प्लॉट या फ्लैट या अन्य कोई बड़ी संपत्ति इनके नाम पर हो सकती है. आयकर को इनके खिलाफ शुरुआती सबूत तो मिल गये हैं. अब ठोस सबूत जुटाये जा रहे हैं. इसके अलावा कुछ अन्य करीबियों के भी नाम से मौजूद संपत्ति भी इस जांच में सामने आ सकती है.