छात्रों ने किया हंगामा
फतुहा : उत्क्रमित माध्यमिक उच्च विद्यालय डुमरी, छह वर्षों से मात्र दो शिक्षकों के भरोसे चल रहा है. इस कारण छात्र-छात्राओं में आक्रोश व्याप्त है. शिक्षकों की कमी को दूर करने की मांग को लेकर सोमवार को स्कूली बच्चों ने स्कूल में जम कर हंगामा किया. बाद में शिक्षकों के समझाने-बुझाने के बाद बच्चे शांत […]
फतुहा : उत्क्रमित माध्यमिक उच्च विद्यालय डुमरी, छह वर्षों से मात्र दो शिक्षकों के भरोसे चल रहा है. इस कारण छात्र-छात्राओं में आक्रोश व्याप्त है.
शिक्षकों की कमी को दूर करने की मांग को लेकर सोमवार को स्कूली बच्चों ने स्कूल में जम कर हंगामा किया. बाद में शिक्षकों के समझाने-बुझाने के बाद बच्चे शांत हुए. छात्रों का कहना है कि डुमरी मध्य विद्यालय को 2011 में उच्च विद्यालय में राज्य सरकार द्वारा उत्क्रमित किया गया. तब से इस स्कूल में हाई स्कूल के नाम पर मात्र दो शिक्षिका विज्ञान के सुनीता कुमारी और गणित विषय के वंदना कुमारी की नियुक्ति है. शेष विषय जैसे हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, सामाजिक विज्ञान के लिए कोई शिक्षक नहीं हैं. इन विषयों के पढ़ाई के लिए हमलोगों को या तो स्कूल के बाहर ट्यूशन करना पड़ता है, या कोचिंग जाना पड़ता है. इस बात की शिकायत हमलोगों ने कई बार प्रधानाध्यापक से भी की, लेकिन अब तक कोई ध्यान नहीं दिया गया. इस हाल में इस विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है.
प्रधानाध्यापक सुरेंद्र प्रसाद और सहायक शिक्षक राज कुमार ने स्कूली बच्चों के मांगों को जायज ठहराते हुए बताया कि वर्ग नवम और दशम में कुल 325 बच्चें नामांकित हैं. इस हाल में दो शिक्षकों से पढ़ाई संभव नहीं है. मैं किसी प्रकार मध्य विद्यालय के शिक्षकों से सहयोग लेकर हाइस्कूल के बच्चों को वर्ग संचालन कराता हूं. विद्यालय से प्रतिमाह शिक्षकों की स्थिति की रिपोर्ट जिला शिक्षा कार्यालय को भेजा जाता है. मैं प्रतिमाह शिक्षकों की कमी का रिपोर्ट जिला को भेजता हूं, लेकिन मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकता.
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गुप्त नारायण सिंह का कहना है कि हाइस्कूल का संचालन जिला शिक्षा कार्यालय से होता हैं. मैं इस विषय में कुछ नहीं कह सकता हूं.