BIHAR : बाढ़प्रभावित जिलों में लगान व ऋण वसूली रहेगी स्थगित
पटना : राज्य के कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कहा है कि बाढ़ से किसानों को काफी क्षति पहुंची है. फसल क्षति के मुआवता के लिए 1093.36 करोड़ के प्रतिवेदन सरकार को भेजा गया है. अभी बाढ़पीड़ित क्षेत्रों में कृषि ऋण व लगान की वसूली बंद रहेगी. एक महीने में किसानों के बीच फसल […]
पटना : राज्य के कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कहा है कि बाढ़ से किसानों को काफी क्षति पहुंची है. फसल क्षति के मुआवता के लिए 1093.36 करोड़ के प्रतिवेदन सरकार को भेजा गया है. अभी बाढ़पीड़ित क्षेत्रों में कृषि ऋण व लगान की वसूली बंद रहेगी.
एक महीने में किसानों के बीच फसल क्षतिपूर्ति का भुगतान डीबीटी के जरिए होने लगेगा. एक किसान को अधिकतर दो हेक्टयर जमीन के लिए 27 हजार की राशि मिलेगी. डाॅ कुमार बुधवार को विभागीय सभागार में पत्रकारों से बात कर रहे थे.
इस मौके पर प्रधान सचिव सुधीर कुमार, निदेशक हिमांशु राय, उद्यान निदेशक अरविंदर सिंह व अतिरक्ति सचिव एएन राय भी मौजूद थे. इसके पहले कृषि मंत्री ने अधिकारियों के साथ बाढ़प्रभावित जिलों के जिला कृषि पदाधिकारी, आत्मा के पीडी व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की. डाॅ कुमार ने कहा कि बाढ़ से चार जिलों में काफी सिल्ट जमा हो गया है.
इसके लिए कोसी
त्रासदी की तरह योजना बनेगी. अधिकारी खेतों में जाकर सर्वे करेंगे. जहां की खरीफ फसल खराब हो गयी है, वहां किसानों को आकस्मिक फसल योजना के तहत किसानों को एेसे बीज दिये जा रहे हैं, जो रबी के पहले तैयार हो जाएं. विभाग ने इसके लिए किसानों के बीच पंपलेट बांटे हैं. जिसमें पूरी जानकारी दी गयी है. संचित क्षेत्र के लिए 13500 प्रति हेक्टयर और असिंचित के लिए 6800 रति हेक्टेयर की दर से क्षतिपूर्ति दी जायेगी.
बाढ़ से कुल 8.10 लाख हेक्टयर में लगी फसलको नुकसान हुआ है. इसमें धान, मक्का और गन्ना शामिल हैं. 19 जिले के 216 प्रखंड के किसानों को बाढ़ से नुकसान उठाना पड़ा है.