बच्चों की सुरक्षा अहम: डीएवी इंद्रपुरी और ज्ञानदीप स्कूल अगले आदेश तक बंद

पटना : नोएडा के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की मौत के बाद अभिभावकों की चिंता को देखते हुए जिला प्रशासन हरकत में आ गया है. गुरुवार को पटना समाहरणालय में करीब 150 स्कूलों के प्राचार्य व प्रबंधकों के साथ हुई बैठक में डीएम संजय कुमार अग्रवाल ने मानकों का कड़ाई से अनुपालन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 15, 2017 8:15 AM
पटना : नोएडा के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की मौत के बाद अभिभावकों की चिंता को देखते हुए जिला प्रशासन हरकत में आ गया है. गुरुवार को पटना समाहरणालय में करीब 150 स्कूलों के प्राचार्य व प्रबंधकों के साथ हुई बैठक में डीएम संजय कुमार अग्रवाल ने मानकों का कड़ाई से अनुपालन करने का निर्देश दिया. उन्होंने सख्ती दिखाते हुए सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश का पालन नहीं करने पर फुलवारी के ज्ञानदीप विद्यालय और इंद्रपुरी के डीएवी पब्लिक स्कूल को अगले आदेश तक बंद रखने का निर्देश दिया.

उन्होंने कहा कि सीसीटीवी इंस्टॉल होने के बाद एनओसी मिलने पर ही स्कूल खोला जा सकेगा. वहीं, महज 20 फीसदी स्कूली बसों में जीपीएस सिस्टम लगे होने पर भी चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि सभी स्कूल तयशुदा समय में इसे लगा लें, वरना कार्रवाई होगी. बैठक में एसएसपी मनु महाराज, ट्रैफिक एसपी पीके दास, सिटी एसपी मध्य अमरकेश डी सहित 150 निजी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने भाग लिया.

15 दिनों में स्कूलों में लगाएं सुझाव व शिकायत पेटी
जिलाधिकारी ने सभी विद्यालयों में 15 दिनों के अंदर सुझाव पेटी लगाने का निर्देश दिया है. सुझाव पेटी की चाबी प्राचार्य के पास रहेगी तथा इसको खोलते वक्त इसकी वीडियोग्राफी भी करायी जायेगी. शिकायत पर अगर स्कूल उस पर ध्यान नहीं देता है, तो उसे एसडीओ सदर के पास जमा कराएं और डीएम पटना के ई-मेल पर भी उस शिकायत को टाइप करके भेजें. डीएम ने कहा कि प्रिंसिपल अपना मोबाइल नंबर सार्वजनिक करें और किसी तरह की सूचना तत्काल अभिभावकों को मुहैया कराएं.
ड्राइवर-गार्ड क्लासरूम तक नहीं जायेंगे
स्कूली बसों के ड्राइवर-खलासी से लेकर गार्ड को बाहर ही रहना होगा. उनको क्लास रूम तक या बिल्डिंग के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाये. बच्चों के बाथरूम के आस-पास भी मेल-फिमेल कर्मी रखे जाएं. स्कूल कैंपस की सुरक्षा को लेकर लगायी गयी सुरक्षा एजेंसी के गार्ड प्रमुख सीसीटीवी कैमरे की मॉनीटरिंग करेंगे.
निबंधित सुरक्षा एजेंसी से रखें गार्ड, पुलिस से कराएं उसकी जांच
सभी विद्यालय में निबंधित सुरक्षा एजेंसी के माध्यम से ही सुरक्षा गार्ड रखें, ताकि बच्चे सुरक्षित रहें. उसी तरह हर स्कूल पास के थाना में स्कूल के सभी सुरक्षा गार्ड, ड्राइवर व खलासी का नाम पता दें और आधार कार्ड को भी जोड़ें. उसके बाद पुलिस जांच करने में कोताही करती है, तो इसकी शिकायत एसएसपी को करें. एसएसपी के माध्यम से भी सभी थानाें को जांच करने का आदेश भेज दिया जायेगा.
चार टीमें आज से चलायेंगी जांच अभियान
निजी स्कूलों के मानदंडों की जांच को लेकर जिला स्तर पर चार टीमों का गठन किया गया है. प्रत्येक टीम में दो सदस्य होंगे जो शुक्रवार से स्कूलों का औचक निरीक्षण करेंगे. स्कूलों की ओर से दिये गये ब्योरे के आधार पर ही स्कूलों की जांच होगी और कमियां मिलने पर तुरंत स्कूल को बंद किया जायेगा. टीम सभी विद्यालयों में औचक निरीक्षण कर सुरक्षा मानकों में सीसीटीवी, बसों में जीपीएस, गार्ड की व्यवस्था, स्कूल की चहारदिवारी एवं अन्य सुरक्षा व्यवस्था को देखेगी. जिन विद्यालयों में सुरक्षा मानक के अनुरूप नहीं होंगें, उन्हें सीआरपीसी की धारा 144 के तहत बंद करने का निर्देश दिया जायेगा.

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