पटना : राजद सुप्रीमो लालू यादव के छोटे पुत्र और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार द्वारा आवंटित नए सरकारी बंगले में रहने से इनकार कर दिया है. महागठबंधन टूटने के बाद सरकार ने नये मंत्रियों के लिए बंगले का आवंटन करते हुए पुराने मंत्रियों से बंगले खाली करने को कहा था. महागठबंधन टूटन के बाद बिहार में नयी सरकार ने तेजस्वी यादव को एक पोलो रोड वाला बंगला आवंटित किया है, जिसमें अब तक भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी रह रहे थे. विधानसभा चुनाव के बाद उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद तेजस्वी यादव को पद के हिसाब से तीन देशरत्न मार्ग वाला आलीशान बंगला आवंटित किया गया था. महागठबंधन टूटने और बीजेपी के साथ जदयू के सरकार बनने के बाद तेजस्वी यादव को एक पोलो रोड का बंगला आवंटित कर दिया गया और तीन देशरत्न वाले बंगले को खाली करने का आदेश दिया गया.
तेजस्वी यादव ने इससे पूर्व भवन निर्माण विभाग के मंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर यह अपील की थी कि जिस तरीके से सुशील मोदी उपमुख्यमंत्री और फिर पूर्व उपमुख्यमंत्री रहते हुए एक पोलो रोड के बंगले पर जमे रहे, उसी प्रकार उन्हें भी उपमुख्यमंत्री के तौर पर आवंटित तीन देशरत्न मार्ग के बंगले को पूर्व उपमुख्यमंत्री के तौर पर आगे भी यूं ही रहने दिया जाये. उसके बाद सरकार ने तेजस्वी यादव की इस मांग को मानने से इनकार कर दिया था. सरकार द्वारा तेजस्वी की मांग नामंजूर करने के बाद तेजस्वी यादव ने यह कहा है कि वह एक पोलो रोड वाले बंगले में शिफ्ट नहीं होंगे. तेजस्वी यादव एक पोलो रोड की जगह 10 सर्कुलर रोड में ही रहेंगे.
तेजस्वी यादव फिलहाल अपने माता-पिता के साथ ही रहेंगे. वहीं दूसरी ओर जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी के बंगला वाली बात को लेकर लगातार हमला बोला है. नीरज कुमार ने कहा है कि तेजस्वी फिलहाल बंगले की चिंता छोड़कर अपने खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मामले और न्यायिक प्रक्रिया पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए.
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