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बिहार : अहमदाबाद ब्लास्ट का आरोपी आतंकी पुलिस कस्टडी में करता रहा फोन पर बात, तस्वीर वायरल

पटना : बिहार पुलिस की कार्यशैली को लेकर मीडिया में गाहे-बगाहे, कभी-कभार सवाल उठते रहे हैं. संवेदनशील मामलों को लेकर भी बरती गयी लापरवाही की चर्चा आये दिन मीडिया में होती रहती है, लेकिन इस बार चर्चा नहीं हो रही है, बल्कि एक बहुत ही सनसनीखेज तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 16, 2017 10:29 AM

पटना : बिहार पुलिस की कार्यशैली को लेकर मीडिया में गाहे-बगाहे, कभी-कभार सवाल उठते रहे हैं. संवेदनशील मामलों को लेकर भी बरती गयी लापरवाही की चर्चा आये दिन मीडिया में होती रहती है, लेकिन इस बार चर्चा नहीं हो रही है, बल्कि एक बहुत ही सनसनीखेज तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस बार मामला जुड़ा है, गुजरात से लेकर गया तक आतंक की प्लानिंग करने वाले गिरफ्तार आतंकी को लेकर पुलिस द्वारा बरती गयी लापरवाही से. पुलिस कस्टडी में पहुंचने के बाद भी अहमदाबाद ब्लास्ट का आरोपी आराम से अपने जानने वालों से मोबाइल पर बात करता रहा और वह भी पुलिस थाने में. इस तस्वीर वायरल होने के बाद अभी तक किसी तरह का बयान सामने नहीं आया है. सोशल साईट्स पर इन आतंकियों के हिरासत में लिये जाने के बाद गया थाने की तस्वीर वायरल हुई है. वायरल तस्वीर में दोनों आतंकियों में से एक तौसीफ अहमद खान आराम से फोन पर बात करता दिख रहा है. इन तस्वीरों को राजधानी पटना के वरिष्ठ अपराध संवाददाता ने अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया है.



सोशल साइट पर तस्वीर वायरल होने के बाद उसे 23 लोगों ने शेयर किया है और कई लोगों ने सरकार के खिलाफ टिप्पणी की है. लोगों ने इस लापरवाही के लिए बिहार सरकार और बिहार पुलिस को दोषी करार दिया है. उधर, गुजरात एटीएस की पूछताछ में आतंकी तौसीफ से देश में आतंकवादी नेटवर्क की कई अहम जानकारियां मिली हैं. बिहार के साथ मुंबई, गुजरात व राजस्थान में कई जगहों पर आतंकी छिपे हैं. तौसीफ ने नेटवर्क में शामिल लोगों के नाम भी बताये, जिन्हें एटीएस व जिला पुलिस गोपनीय रख रही है. गुजरात एटीएस ने आतंकी तौसीफ व उसके दो सहयोगियों से शुक्रवार को कड़ी पूछताछ की. गुजरात एटीएस ने भी तौसीफ के आतंकी होने की बात पर मुहर लगायी है. इसके अलावा उसके दो साथियों से भी दिन भर पूछताछ की गयी. तौसीफ के दो अन्य साथियों में एक प्रतिबंधित संगठन सिमी का अध्यक्ष रह चुका है. उसका तीसरा साथी गया जिले में विभिन्न जगहों पर उसके काले कारनामे का राजदार है.

सुबह करीब दो घंटे की पूछताछ के बाद एटीएस के अधिकारी कुछ देर के लिए मौके से हट गये. इसके बाद फिर से तीनों आरोपितों से पूछताछ शुरू हुई, जो दोपहर तक चलती रही. आरोपितों से मुंबई, गुजरात, राजस्थान और बिहार में आतंकियों के छिपने के ठिकानों और उनके नाम का पता चलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सकते में हैं. वहीं, जिला पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन में भी जुट गयी है. पुलिस को आगे आने वाले चार दिनों में तौसीफ व उसके साथियों के बाबत ठोस सबूत मिलने की उम्मीद है. अहमदाबाद बम ब्लास्ट के आरोपित तौसीफ खान समेत दो अन्य आतंकियों को सिविल लाइंस थाना पुलिस ने रिमांड पर लेने के लिए शुक्रवार की शाम को अदालत में पेश किया. अदालत ने तीनों आरोपितों को चार दिनों के लिए पुलिस हिरासत में रिमांड पर लिये जाने की स्वीकृति दी है. हालांकि, पुलिस ने अदालत से 14 दिनों की रिमांड की मांग की थी, लेकिन अदालत ने सिर्फ चार दिन की पुलिस रिमांड ही मंजूर की.

गुजरात से एटीएस की टीम शुक्रवार की सुबह ही गया पहुंच गयी. यहां आने के बाद गुजरात के एटीएस के सदस्यों ने आतंकी तौसीफ खान से पूछताछ की. पूछताछ में खुलासा हुआ है कि तौसीफ खान अहमदाबाद बम ब्लास्ट का आरोपित है और वह बीते आठ वर्षों से फरार चल रहा था. हालांकि, रिमांड पर लिये जाने के बाद अब जिला पुलिस गिरफ्तार आतंकी तौसीफ खान व उसके साथियों से पूछताछ करेगी और अहम दस्तावेज भी जुटायेगी. सिविल लाइंस थाना पुलिस ने आईपीसी 216, 124ए, 120 बी के तहत मुकदमा संख्या 377/16 दर्ज किया है. सिविल लाइंस थाने की पुलिस ने बुधवार को राजेंद्र आश्रम से दो आतंकी तौसीफ व सना खान को गिरफ्तार किया था. उसकी निशादेही पर पुलिस ने एक अन्य आरोपित को मगध यूनिवर्सिटी के सहदेव खाप गांव से उसी रात सरवर खान को गिरफ्तार किया था. तीनों आरोपितों की गिरफ्तारी की सूचना पर देश की विभिन्न जांच एजेंसियां सक्रिय हो गयी थीं. साथ ही गया पहुंच कर जांच एजेंसियां तौसीफ से पड़ताल करने में जुट गयी थी. गौरतलब है कि तौसीफ अहमदाबाद बम ब्लास्ट के बाद 2009 से गया जिले के डोभी थाने के करमौनी व सहदेव खाप में अपना ठिकाना बनाये हुए था.​

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