वकील ने दिया प्रलोभन और बिना पहचान के बेटे ने बाप को बना दिया जमानतदार
पटना : पत्रकार नगर थाने के डॉक्टर्स कॉलोनी में आठ सितंबर को ज्ञानम कोचिंग के संचालक दुर्गेश शर्मा को गोली मारने के अारोपित कुणाल शर्मा ने जमानत ले ली. हालांकि जो जमानतदार बना, वह उसे नहीं पहचानता था. इस मामले में फर्जी जमानतदार बनाने के आरोप में पटनासिटी के एक अधिवक्ता के पूर्व मुंशी अफलेंद्र […]
पटना : पत्रकार नगर थाने के डॉक्टर्स कॉलोनी में आठ सितंबर को ज्ञानम कोचिंग के संचालक दुर्गेश शर्मा को गोली मारने के अारोपित कुणाल शर्मा ने जमानत ले ली. हालांकि जो जमानतदार बना, वह उसे नहीं पहचानता था. इस मामले में फर्जी जमानतदार बनाने के आरोप में पटनासिटी के एक अधिवक्ता के पूर्व मुंशी अफलेंद्र सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अफलेंद्र सिंह ने अपने पिता राममूरत सिंह को जमानतदार बनाया था, जबकि राममूरत सिंह कुणाल शर्मा को पहचानते तक नहीं थे.
पुलिस के अनुसार कुणाल शर्मा बहादुपुर थाना के कई रंगदारी केकांडो में आरोपित रहा है और करपी थाने में भी मामले दर्ज है और उन मामलों में चार्जशीट हो चुकी है.
पुलिस ने जब उसके संबंध में
जानकारी खंगाली तो यह पता चला कि कुणाल शर्मा के चार मामलों का जमानतदार एक ही व्यक्ति दीदारगंज के फतेहपुर का राममुरत सिंह है. इसके बाद पुलिस जब उसके घर पहुंची तो वह नहीं मिला. इसके बाद पुलिस ने राममूरत सिंह के बेटे अफलेंद्र सिंह को पकड़ लिया.
अफलेन्द्र रह चुका है वकील का मुंशी
जमानतदार के बेेटे अफलेन्द्र सिंह के संबंध में जानकारी मिली कि वह पटना सिटी कोर्ट में एक अधिवक्ता का मुंशी है. हालांकि उक्त अधिवक्ता ने कहा कि वह उनका पूर्व में मुंशी रह चुका है. अफलेन्द्र सिंह ने बताया कि अधिवक्ता ने कहा था कि कुणाल शर्मा के पिता इंदल सिंह उनके समधी हैं.
अपने पिता को जमानतदार बना दो तो तुम्हारे केस में फीस नहीं लेंगे और मदद भी करेंगे. इसके बाद उसने झांसे में आ कर पिता को जमानतदार बना दिया. दूसरी ओर, कुणाल शर्मा की मां ने जमानतदार बनने में जो दस्तावेज दिये है, उसकी भी जांच की जा रही है, क्योंकि उक्त कागजात भी संदिग्ध लग रहा है.सिटी एसपी पूर्वी विशाल शर्मा ने बताया कि मामले में अधिवक्ता के खिलाफ भी कार्रवाई होगी.