पटना :पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सरकार वाल्मीकिनगर व्याघ्र आश्रयणी में जहां इको टूरिज्म को बढ़ावा देगी, वहीं गांगेय डॉल्फिन अभयारण्य भागलपुर-बटेश्वर स्थान से बिक्रमशिला तक नौकाबिहार का एक पैकेज अगले महीने लांच करेगी. उपमुख्यमंत्री सह वन व पर्यावरण मंत्री सुशील कुमार मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुंगेर के भीम बांध स्थित गर्म कुंड को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने तथा राजगीर सफारी के विकास कार्य को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया गया.
वाल्मीकिनगर में पर्यटकों के रात्रि विश्राम के लिए 80 बेड की डोरमेटरी, 12 वातानुकूलित कमरे और स्विस टेंट का निर्माण कराया गया है. पर्यटकों के नौकायन के लिए कश्मीर की तर्ज पर हाउस बोट की व्यवस्था के साथ ही जंगल भ्रमण के लिए वाहनों की संख्या बढ़ाने, वन्य जीव से संबंधित चलचित्र प्रदर्शन व नेचर इंटरपर्टेशन सेंटर की स्थापना तथा बेतिया-वाल्मीकिनगर मार्ग को सुविधाजनक बनाने का निर्णय लिया गया. पिछले साल वाल्मीकिनगर में 35 हजार पर्यटक आये थे. इस साल उनकी संख्या दुगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है.
गांगेय डॉल्फिन अभयारण्य भागलपुर-बटेश्वर स्थान से बिक्रमशिला तक नौकायन के लिए 24 सीटर्स बोट की खरीद की गयी है. नौकायन के जरिये पर्यटक डॉल्फिन देख सकेंगे. अगले महीने इस पैकेज को लांच किया जायेगा. मुंगेर के भीमबांध स्थित गर्म कुंड अधिक से अधिक सैलानी आ सकें. इसके लिए वहां सुविधाओं के विकास का निर्णय लिया गया.
पर्यटन विभाग से समन्वय स्थापित कर राजगीर से घोड़ाकटोरा पहुंच मार्ग को सुविधाजनक बनाने, राजगीर सफारी के अंतर्गत शेर, बाध, तेंदुआ, भालू और चीता के लिए निर्माणाधीन अलग-अलग पांच इनक्लोजर के कार्य को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया गया.