पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की शुक्रवार को बुलायी गयी आपात बैठक में पांच प्रशिक्षण संस्थानों को संबद्धता प्रदान की गयी. वहीं, एनसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थानों को डीएलएड कोर्स संचालन के लिए 115 प्रशिक्षण संस्थानों को सत्र 2017-19 से संबद्धता प्रदान करने की स्वीकृति दी गयी. साथ ही पांच ऐसे स्कूल-कॉलेजों की मान्यता रद्द करने का भी निर्देश दिया गया है, जो बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के उच्च माध्यमिक संबद्धता विनियमावली 2011 में निर्धारित मानकों को पूरा नहीं करते हैं. इसके अलावा नवादा जिले के दो विद्यालयों की संबद्धता को निलंबित कर दिया गया है.
संबद्धता प्राप्त नये कॉलेज
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जिन पांच कॉलेजों को सत्र 2017-18 से संबद्धता प्रदान की गयी है. इनमें चाणक्य कॉलेज ऑफ एजुकेशन चनपटिया, बेतिया, पश्चिम चंपारण, आरपीएस टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, झपहा, मुजफ्फरपुर, सत्येंद्र किशन कॉलेज ऑफ एजुकेशन मिशिर मनियारी, मुजफ्फरपुर, आरएल महतो इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन रामपुर जलालपुर, दलसिंहसराय, समस्तीपुर व बुद्धा टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, सिरसा बिरन, लालगंज, वैशाली शामिल हैं. इन कॉलेजों में अब सत्र 2017-18 में नामांकन लिया जायेगा.
115 प्रशिक्षण संस्थानों में जल्द शुरू होगा डीएलएड में नामांकन
एनसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थानों को डीएलएड कोर्स संचालन के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति विनियमावली 2016 के तहत 115 प्रशिक्षण संस्थानों को सत्र 2017-19 से संबद्धता प्रदान करने की स्वीकृति दी गयी है. जल्द ही शेष 44 संस्थानों को भी संबद्धता प्रदान की जायेगी. वहीं, सत्र 2014-16 और सत्र 2015-17 के नामांकित छात्र-छात्राओं की परीक्षा, जो अब तक नहीं ली जा सकी है, उसे जल्द ही लिया जायेगा. वहीं, सत्र 2017-19 में संबद्धता प्रदान किये गये कॉलेजों में अब नामांकन प्रक्रिया शुरू की जायेगी. एनसीटीई के नियमानुसार प्रतिवर्ष छात्रों को 200 दिनों तक कक्षा करना अनिवार्य होगा.
पांच स्कूलों की संबद्धता रद्द, दो का निलंबन
समिति की संबद्धता नियमावली 2011 के तहत निर्धारित मानकों को पूरा नहीं करनेवाले पांच विद्यालयों की संबद्धता को रद्द कर दिया गया है. इनमें राम विदेशी सिंह महाविद्यालय, धनुषी, वैशाली, संजय सिंह प्लस टू उच्च माध्यमिक विद्यालय अदलपुर, दीघीकला हाजीपुर, वैशाली, डिग्री भगत उच्च माध्यमिक विद्यालय, गोपालगंज, जगरनाथ बाबू बाल्मिकी सिंह, इंटर उच्च माध्यमिक विद्यालय, थावे गोपालगंज व आइडियल हायर सेकेंड्री पब्लिक स्कूल, डेल्हा, गया शामिल हैं.
परीक्षा से पहले मैट्रिक-इंटर परीक्षार्थियों को मिलेगी टेली काउंसेलिंग की सुविधा
वर्ष 2018 के मैट्रिक और इंटर के परीक्षार्थियों को अब बिहार बोर्ड काउंसेलिंग की सुविधा प्रदान करने जा रहा है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने इसकी जानकारी दी. बोर्ड की ओर से अलग-अलग विषयों के एक्सपर्ट टेली काउंसेलिंग के माध्यम से परीक्षार्थियों की परीक्षा संबंधी काउंसेलिंग कर सकेंगे. बोर्ड की ओर से हेल्पलाइन नंबर और वेबसाइट के जरिये यह सुविधा प्रदान की जायेगी. सिर्फ मैट्रिक व इंटर ही नहीं, बल्कि समिति द्वारा ली जानेवाली सभी परीक्षाओं में यह सुविधा परीक्षार्थियों को दी जायेगी.
बोर्ड परीक्षा में बदल सकता है प्रश्नों का पैटर्न
वर्ष 2018 में ली जानेवाली बोर्ड परीक्षा के प्रश्नों के पैटर्न में बदलाव किया जा सकता है. इस पर समिति की ओर से विचार किया जा रहा है. हो सकता है परीक्षा में पूछे जानेवाले ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की जगह पर कुछ बदलाव किये जाएं. क्योंकि, बोर्ड द्वारा हाल ही में सभी राज्यों के बोर्ड पदाधिकारियों की बैठक बुलायी गयी थी. इसमें सभी राज्यों में ली जानेवाली परीक्षा नीति पर विस्तृत रूप से चर्चा की गयी थी. सीबीएसई पैटर्न पर परीक्षा लेने पर विचार-विमर्श किया जा रहा है.
शुरू होगी प्रमंडलीय कार्यालय में कैरियर काउंसेलिंग
समिति ने अब परीक्षा में सफल परीक्षार्थियों के लिए कैरियर काउंसेलिंग भी शुरू कराने का निर्णय लिया है. यह सुविधा समिति के सभी प्रमंडलीय कार्यालय में शुरू की जा रही है. काउंसेलिंग के जरिये दसवीं और बारहवीं पास करने के बाद छात्र-छात्राओं को उनकी रुचि के मुताबिक कैरियर चुनने संबंधित जानकारी दी जायेगी.