तीन तलाक ने दो घर उजाड़े, शादी के 21वें दिन ही दिया तलाक, तलाक से आहत बेगम ने लगा ली फांसी
पटना : तीन तलाक पर देश में छिड़ी बहस के बीच बिहार में दो घरों का परिवार उजड़ गया. तीन तलाक का दंश मुसलिम महिलाओं के लिए अभिशाप बनता जा रहा है. गोपालगंज में जहां दहेज के लिए निकाह के महज 21वें दिन ही शौहर ने तलाक देकर घर से बेघर कर दिया, वहीं दूसरी […]
पटना : तीन तलाक पर देश में छिड़ी बहस के बीच बिहार में दो घरों का परिवार उजड़ गया. तीन तलाक का दंश मुसलिम महिलाओं के लिए अभिशाप बनता जा रहा है. गोपालगंज में जहां दहेज के लिए निकाह के महज 21वें दिन ही शौहर ने तलाक देकर घर से बेघर कर दिया, वहीं दूसरी ओर कटिहार में घरेलू विवाद में शौहर द्वारा तलाक दिये जाने के बाद बेगम ने फांसी लगा कर जान दे दी. सुप्रीम कोर्ट ने भी तीन तलाक को गंभीर अपराध माना है.
टीवी और बाइक नहीं मिलने पर निकाह के 21वें दिन दिया तलाक
गोपालगंज में निकाह के महज 21वें दिन शौहर ने दहेज में टीवी और बाइक नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए बेगम को तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया. पीड़िता ने न्याय के लिए मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में शुक्रवार को न्याय की अपील की है. कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेकर सुनवाई शुरू की. मीरगंज थाने के लाइन बाजार की रहनेवाली आशिया परवीन (परिवर्तित नाम) का पांच जुलाई, 2017 को उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के लार थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर के रहनेवाले मुस्तफा के साथ निकाह हुआ. आशिया जब ससुराल पहुंची, तो उसे दहेज में टीवी और बाइक नहीं मिलने के कारण परेशान किया जाने लगा. आखिरकार 26 जुलाई को उसे तीन तलाक देकर शौहर ने अपने घर में रखने से ही इनकार कर दिया. इसके बाद आशिया ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में न्याय के लिए दरवाजा खटखटाया है.
तीन तलाक से आहत पत्नी ने लगा ली फांसी, पंचायती कर मामले को थाने में जाने से रोका
कटिहार जिले के प्राणपुर थाने के धबौल गांव में तीन तलाक के कारण एक नवविवाहिता ने फांसी लगाकर जान दे दी. घटना बुधवार की दोपहर की है, जब पति शाहजहां ने घरेलू विवाद में पत्नी जुलेखा खातून को तीन तलाक दे दिया. इस मामले को दबाने के उद्देश्य से गांव में लड़की व लड़का पक्षों के बीच पंचायती भी हुई. पंचायती कर मामले को रफा-दफा कर गुरुवार को शव दफना दिया गया है. इस बात की पुष्टि प्राणपुर थाने की पुलिस ने शुक्रवार की देर शाम की. धबौल निवासी स्व शेख मुस्लिम की बेटी जुलेखा खातून का निकाह 2016 में आजमनगर प्रखंड क्षेत्र की केलाबाड़ी पंचायत के ढेना गांव निवासी शेख जिन्नत के पुत्र शाहजहां से हुई थी.
पति शाहजहां दिल्ली में मजदूरी करता है. ग्रामीणों के अनुसार, शादी के कुछ दिनों बाद वह बेगम को मायके में छोड़ कर दिल्ली चला गया था. जब वह घर लौटा, तो दंपती के बीच विवाद होने लगा. इससे नाराज होकर जुलेखा मायके आ गयी थी. बुधवार को मायके में ही दंपती के बीच किसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया. इसके बाद शौहर शाहजहां ने बेगम जुलेखा को तीन तलाक दे दिया. तलाक देने के सदमे को वह सह नहीं सकी और कमरे को अंदर से बंद कर फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली. काफी देर तक जब जुलेखा ने कमरा नहीं खोला, तो परिजनों को चिंता होने लगी. इसके बाद परिजनों ने कमरे का दरवाजा तोड़ कर देखा, तो जुलेखा फंदा लगा कर खुदकुशी कर चुकी थी. आसपास के लोग बड़ी संख्या में जुट आये. ग्रामीणों ने बताया कि मामले को दबाने के लिए लड़का पक्ष की ओर से प्रयास शुरू कर दिया गया. बुधवार व गुरुवार को इस मामले को लेकर कई दौर में पंचायती हुई, जिसके बाद मामले को थाने तक नहीं पहुंचने देने के आश्वासन पर गुरुवार को शव दफना दिया गया. इधर, गांव में जितनी जुबान उतनी बातें हो रही हैं. जुलेखा के परिजन इस मामले में बोलने से बच रहे हैं. हालांकि, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है.