प्रो रामजतन के कारनामों की जांच करेंगे सेवानिवृत्त न्यायाधीश
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पटना विश्वविद्यालय के रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो रामजतन सिन्हा व विवि के अन्य शिक्षकों के राजनीतिक कारणों से जेल में व अवकाश पर रहने के दौरान बगैर काम किये वेतन लिये जाने के मामले की जांच पटना उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश एससी झा को सौंपी गई है. […]
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पटना विश्वविद्यालय के रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो रामजतन सिन्हा व विवि के अन्य शिक्षकों के राजनीतिक कारणों से जेल में व अवकाश पर रहने के दौरान बगैर काम किये वेतन लिये जाने के मामले की जांच पटना उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश एससी झा को सौंपी गई है.
राज्यपाल व कुलाधिपति ने यह फैसला लिया है. राज्यपाल द्वारा पटना विवि के पूर्व प्रोफेसर रामजतन सिन्हा के खिलाफ दायर वाद पर जांच का आदेश दिया गया है. इन पर जेल में रहते हुए बिना काम के वेतन लेने का आरोप है. पटना विवि के कुलपति, रजिस्ट्रार, पूर्व विभागाध्यक्ष डाॅ धर्मप्रकाश और डाॅ रामजतन सिन्हा को एक नोटिस जारी किया गया है. 11 अक्तूबर को उपस्थित होकर पक्ष रखने को कहा गया है.
जदयू प्रवक्ता के बयान पर परिवाद पत्र दायर
पटना. जदयू के विधान पार्षद तथा
प्रवक्ता संजय सिंह द्वारा शरद यादव के खिलाफ अपशब्द कहे जाने के विरुद्ध व्यवहार न्यायालय पटना
में एक शिकायती परिवाद पत्र दायर किया गया है. यह परिवाद पत्रपटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता रामसंदेश राय ने दायर किया है.
दायर परिवाद पत्र में कहा गया है कि जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव के विरुद्ध प्रवक्ता संजय सिंह द्वारा
विभिन्न इलेक्ट्रानिक तथा प्रिंट
मीडिया में असंसदीय भाषा का प्रयोग करते हुए मानहानि का प्रयास तथा समाज में वैमनस्यता फैलाने का काम किया गया है. इस परिवाद पत्र पर संभवत: 25 सितंबर को मुख्यन्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में सुनवायी होगी.