पटना :अग्रसेन सेवा न्यास, पटना की ओर से आयोजित महाराजा अग्रसेन जयंती समारोह का उद्घाटन करने के बाद संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि महाराजा अग्रसेन को समाजवाद का अग्रदूत कहा जाता है. अपने क्षेत्र में सच्चे समाजवाद की स्थापना हेतु उन्होंने नियम बनाये कि उनके राज्य में बाहर से आकर बसनेवाले व्यक्ति की सहायता के लिए राज्य का प्रत्येक निवासी उसे एक रुपया व एक ईंट देगा, जिससे आसानी से उसके लिए निवास स्थान व व्यापार का प्रबंध हो जाये. उन्होंने एक नयी व्यवस्था को जन्म दिया. वैदिक सनातन आर्य सस्कृंति की मूल मान्यताओं को लागू कर राज्य की पुनर्गठन में कृषि-व्यापार, उद्योग, गौ-पालन के विकास के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की पुनः प्रतिष्ठा का बीड़ा उठाया.
ठीक उसी तरह आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नये भारत की अवधारणा और संकल्प को साकार करने में जुटे हैं. केंद्र व राज्य सरकार मिल कर सभी गरीबों को घर, प्रत्येक घर में शौचालय, नल का जल, गैस का कनेक्शन सभी के लिए 24 घंटे बिजली का प्रबंध करने में जुटी है. अगले तीन साल में प्रत्येक गांव ही नहीं, बल्कि एक-एक घर को पक्की गली और नाली से जोड़ने की योजना पर तेजी से काम हो रहा है.
जनधन योजना से जहां करोड़ों गरीबों को सरकार बैंक से जोड़ने में सफल रही है. वहीं, स्टैंडअप इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और मुद्रा योजना के अंतर्गत लाखों लोग समृद्धि की नयी गाथा लिख रहे हैं और लाखों बेरोजगारों को रोजगार मुहैया करा रहे हैं. महाराज अग्रसेन की तरह ही ‘सबका साथ-सबका विकास’ की अवधारणा के तहत केंद्र सरकार ने विकास के केंद्र में गरीबों, पिछड़ों, दलितों और वंचितों को रखा है. महाराज अग्रसेन की राजकीय व्यवस्था आज भी प्रासंगिक और प्रेरणास्पद है.