नयी दिल्ली/पटना : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव आज दिल्ली में सीबीआइ के सामने पेश नहीं होंगे. बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बताया कि आज सीबीआइ में लालू यादव ने पूछताछ नहीं होगी. इसके लिए समय लिया गया है. राबड़ी देवी ने साथ ही कहा कि सीबीआइ से हम परेशान नहीं है बल्कि विपक्षी पार्टियां परेशान है. उन्होंने कहा कि जदयू बिहार में है ही नहीं, हमारी लड़ाई भाजपा से है. वहीं सीबीआइ के सूत्रों ने बताया कि राजदसुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भ्रष्टाचार मामले में एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए दो सप्ताह का समय मांगा.
इससे पहले रेलवे के होटल को लीजपर दियेजाने के बदले जमीन लेने के मामले मेंलालूयादव से सीबीआइ द्वारा पूछताछ किये जाने की संभावना जतायी जा रही थी. वहीं इसी मामले में राजद सुप्रीमो लालू यादव के पुत्र एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से सीबीआइ कल यानि 26 सितंबर को पूछताछ किये जाने की खबर आयी थी. राजद सुप्रीमो लालू यादव इस पूछताछ के लिए शनिवार को ही दिल्ली पहुंच गये थे.
मालूम हो कि 11 और 12 सितंबर को पूछताछ के लिए सीबीआइ ने लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी कोदिल्ली बुलाया था. हालांकि, दोनों तय तारीख परपूछताछके लिए दिल्ली आने में असमर्थता जाहिर की थी. इसके बाद सीबीआइ ने उन्हें क्रमश: 25 और 26 सितंबर को बुलाया था. लालू यादव रांची में सीबीआइ की विशेष अदालत में अपनी पेशी के बाद शनिवार को ही दिल्ली आ गये थे. वहींबताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव पिछले एक सप्ताह से दिल्ली में ही हैं.
सीबीआइ ने आरोप लगाया कि रेल मंत्री के पद पर रहते हुए लालू यादव ने रांची और पुरी में आइआरसीटीसी द्वारा संचालित दो होटल के रखरखाव का काम सुजाता होटल को दिया था. आरोप है कि विनय और विजय कोचर के स्वामित्व वाली इस कंपनी को बेनामी कंपनी के जरिये पटना में तीन एकड़ भूखंड देने के बदले यह ठेका दिया गया था.
लालू परिवार पर आइआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन) के रांची व पुरी स्थित दो होटलों को विनय कोचर व विजय कोचर को लीज पर दिये जाने के बदले उनसे पटना के बेली रोड पर तीन एकड़ जमीन लेने का आरोप है.
इस सिलसिले में सीबीआइ ने लालू, उनकी पत्नी व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और छोटे बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ विगत6 जुलाई को नामजद प्राथमिकी दर्ज की थी. इस प्राथमिकी में राजद के राज्यसभा सदस्य प्रेमचंद गुप्ता, उनकी पत्नी सरला गुप्ता, होटलों को लीज पर लेने वाले विनय कोचर व विजय कोचर तथा आइआरसीटीसी के तत्कालीन प्रबंध निदेशक पीके गोयल को भी नामजद किया गया है.
सीबीआइ ने लालू व तेजस्वी से पूछताछ करने से पहले सरला गुप्ता, पीके गोयल और कोचर बंधुओं से पूछताछ कर ली है. वहीं, प्रवर्तन निदेशालय (इडी) मंगलवार को बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से दिल्ली में पूछताछ करेगा. इससे पहले इडी की टीम लालू की बड़ी बेटी व राज्यसभा सदस्य मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार से कई दौर की पूछताछ कर चुका है.
हालांकि, लालू यादव का कहना है कि यह पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है. चूंकि वे केंद्र सरकार के खिलाफ सबसे ज्यादा मुखर हैं इसलिए इस मुद्दे पर सीबीआइ राजनीतिक दबाव में उन्हें फंसा रही है. यह मुद्दा सबसे पहले 2008 में नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने उठाया था. उस समय इस विवाद के दस्तावेज पार्टी के दो तत्कालीन सांसद शरद यादव और ललन सिंह ने तब के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दिया था, लेकिन उस समय ये जमीन लालू यादव या उनके परिवार वालों के नाम नहीं थी.
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