कान में 12 घंटे से घुसा था कीड़ा, दिमाग में घुसने की कर रहा था कोशिश, ऑपरेशन कर निकाला गया
पटना : बुद्धा कॉलोनी के एक हॉस्टल में रह कर पढ़ाई करनेवाली 19 वर्षीय छात्रा के कान में अचानक इतना असहनीय दर्द उठा कि वह कुछ भी कर पाने में असमर्थ होने लगी. उसकी हालत देख साथी छात्राओं ने उसे तुरंत गार्डिनर रोड अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पता चला कि उसके कान में कीड़ा […]
पटना : बुद्धा कॉलोनी के एक हॉस्टल में रह कर पढ़ाई करनेवाली 19 वर्षीय छात्रा के कान में अचानक इतना असहनीय दर्द उठा कि वह कुछ भी कर पाने में असमर्थ होने लगी. उसकी हालत देख साथी छात्राओं ने उसे तुरंत गार्डिनर रोड अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पता चला कि उसके कान में कीड़ा घुस गया है. गार्डिनर रोड अस्पताल में कीड़ा नहीं निकल पाया और लड़की को पीएमसीएच रेफर कर दिया गया, जहां ऑपरेशन के बाद कीड़ा निकाला गया.
क्या है मामला, कैसे निकला कीड़ा
पटना की बुद्धा कॉलोनी में हॉस्टल में रूम लेकर पढ़ाई कर रही गुड़िया नाम की एक लड़की के कान में बीती रात नौ बजे अचानक दर्द हुआ, पीड़ित छात्रा को उसकी रूम पार्टनर पिंकी और आसपास के लोगों ने उसे 9:15 बजे रविवार को गार्डिनर रोड अस्पताल ले कर गये, जहां एक महिला डॉक्टर ने टार्च की मदद से कान देखा, कीड़ा दिखाई देने के बाद महिला डॉक्टर ने पीएमसीएच रेफर कर दिया. आनन-फानन में उसे पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड ले जाया गया, जहां जांच के बाद दवा व इंजेक्शन देने के बाद दर्द शांत हुआ. बाद में डॉक्टरों ने कान का छोटा ऑपरेशन कर कीड़े को निकाला. पिंकी ने बताया कि वह जमीन पर बैठ कर पढ़ाई कर रही थी. इसी दौरान कीड़ा अंदर गया होगा.
ढाई इंच का निकला कीड़ा, दिमाग में घुसने की कर रहा था कोशिश
इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि छात्रा के कान में कीड़ा सर्जरी से पहले जिंदा था, इतना ही नहीं जगह बनाने के लिए उसके दिमाग में घुसने की कोशिश कर रहा था. डॉक्टरों ने उसकी फौरन छोटा सर्जरी कर कीड़े को बाहर निकाला वर्ना मामला बाद में जटिल हो सकता था. हालांकि, ऑपरेशन के बाद कीड़ा मर गया, डॉक्टर कीड़े की साइज करीब ढाई इंच बता रहे हैं. कीड़े में कई जगह कांटे लगे थे, डॉक्टर उसे मौसमी कीड़ा बता रहे हैं. पीड़ित छात्रा की मानें तो कान में करीब 12 घंटा तक कीड़ा पड़ा रहा. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ लखींद्र प्रसाद ने बताया कि पीएमसीएच में इस तरह के कई बड़े व जटिल ऑपरेशन किये जाते हैं. कीड़े के अलावा कई बार गले में बच्चों के सिक्का फंसने, कान में कॉकरोच आदि के ऑपरेशन किये गये हैं.